पुलिस हिरासत में युवकी की मौत की अफवाह पर जमकर बवाल
थाना क्षेत्र के स्थानीय कस्बा में रामलीला के दौरान हुए मारपीट के मामले में पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए बंटी राजभर की मौत की अफवाह पर शनिवार की सुबह आक्रोशित महिला-पुरुषों ने थाने पर हमला बोल दिया और पथराव शुरू कर दिया।
जागरण संवाददाता, मरदह (गाजीपुर) थाना क्षेत्र के स्थानीय कस्बा में रामलीला के दौरान हुए मारपीट के मामले में पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए बंटी राजभर की मौत की अफवाह पर शनिवार की सुबह आक्रोशित महिला-पुरुषों ने थाने पर हमला बोल दिया और पथराव शुरू कर दिया। अचानक हुए पथराव से पुलिसकर्मी सहम गए और किसी तरह इधर-उधर छिपकर अपनी-अपनी जान बचाए। वहीं पत्थरबाजी में थानाध्यक्ष विरेंद्र कुमार सिंह का सिर फटने के साथ ही आधा दर्जन पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। हालांकि इसके कुछ देर बाद ही पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर सभी को थाने से खदेड़ दिया। एएसपी ग्रामीण आरडी चौरसिया ने जिला अस्पताल में भर्ती युवक बंटी की स्वजन से बताई कराए तब जाकर ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुए।
स्थानीय कस्बा में गुरुवार की देर रात रामलीला के दौरान एक युवक आयोजकों के साथ किसी बात को लेकर उलझ गया था। इस पर आयोजकों ने उसे मारपीट कर वहां से हटा दिया था। उसी की खुन्नस को लेकर शुक्रवार की सुबह कमेटी के अध्यक्ष व भाजपा के जिला पंचायत सदस्य शशिप्रकाश सिंह को आक्रोशित कुछ लड़कों ने मारपीट कर उनका सिर फोड़ दिया था। मामले में शशिप्रकाश ने सात नामजद सहित कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया था। मामले की छानबीन करते हुए पुलिस ने पूछताछ के लिए बंटी राजभर सहित पांच युवकों को हिरासत में लिया था। इसी बीच बंटी की तबीयत खराब हो गई, उसे पुलिस वाले जिला अस्पताल में भर्ती कराए। इसी को लेकर किसी ने अफवाह फैला दी कि बंटी राजभर की पुलिस की पिटाई से मौत हो गई है। इससे आक्रोशित युवक के परिजनों सहित दर्जनों महिला-पुरुष मरदह थाना पहुंच गए। हो-हल्ला करते हुए पथराव शुरु कर दिया। पत्थरबाजी में थानाध्यक्ष विरेंद्र कुमार का सिर फट गया, वहीं आधा दर्जन सिपाही जख्मी हो गए। घटना की जानकारी होते ही पुलिस एसपी ग्रामीण के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने हवा में लाठियां भांज उपद्रव कर रहे लोगों को खदेड़ा। एएसपी ग्रामीण ने बंदी बंटी राजभर से उसके स्वजन से बात कराया। इसके बाद आक्रोशित लोग शांत हुए।
---
अचानक गूंजने लगी पुलिस के सायरन व बूट की आवाज
: ग्रामीणों ने अचानक थाने में पथराव शुरू किया तो पूरे कस्बे में अफरा-तफरी मच गई। पुलिसकर्मी भी हैरान हो गए। मामला बिगड़ता देख पुलिस ने डंडा और सुरक्षा जैकेट पहनकर ग्रामीणों को खदेड़ा। इससे ग्रामीण थाने से भाग खड़े हुए लेकिन पांच सौ मीटर दूर मरदह-कासिमाबाद मार्ग पर बैठ गए। तब तक अन्य थानों की फोर्स भी पहुंच गई और पूरे कस्बे में चक्रमण करने लगी। इस दौरान हर जगह सिर्फ सायरन और पुलिसकर्मियों के बूटों की आवाज गूंजती रही। कस्बे के लोग अपने-अपने घरों का दरवाजा बंदकर कैद हो गए।
--- भाजपा नेता की कर दी थी पिटाई
: पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने बताया कि बीते दिनों भाजपा जिला पंचायत सदस्य शशिप्रकाश सिंह ने तहरीर दी थी कि मरदह में हो रही रामलीला में कुछ लोग मंच पर चढ़कर कलाकारों के साथ ही अभद्रता करते हुए माइक आदि को तोड़ दिए थे। इसका उन्होंने विरोध किया तो मारपीट कर उनका सिर फोड़ दिया। तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर पूछताछ के लिए पांच लोगों को हिरासत में लिया गया था।