बिजली के खंभों को जकड़ीं लताएं, अनहोनी की आशंका
क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति के लिए बनाई गई लाइन के खंभा व तार पर लताओं के घेर लेने से हमेशा अनहोनी की आशंका बनी रहती है।
जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) : क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति के लिए बनाई गई लाइन के खंभा व तार पर लताओं के घेर लेने से हमेशा अनहोनी की आशंका बनी रहती है। नगर स्थित विद्युत उपकेंद्र से इलाके के विभिन्न गांवों तक बिजली आपूर्ति के लिए खंभा के माध्यम से 11 हजार वोल्ट का तार लगाकर लाइन बनाई गई है। इन लाइन के खंभों व तारों पर महादेवा रोड, एन एच डाक बंगला रोड सहित कई जगहों पर काफी बड़ी-बड़ी लताएं जमीन से खंभे के ऊपरी सिरे व तार इंसुलेटर को पूरी तरह से जकड़ी नजर आ रही हैं। हरा डंठल होने से लताओं के माध्यम से जमीन तक करंट प्रवाहित होने के चलते हमेशा अनहोनी का खतरा बना रहता है। इसको लेकर लोगों का कहना है कि अगर इन लताओं की सफाई नहीं कराई गई तो सिवान में घूमने वाले पशु या किसान आदि दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं। वहीं इससे बिजली का भी नुकसान हो रहा है। उपखंड अधिकारी शत्रुघ्न यादव ने बताया कि पेट्रोलिग कराकर सभी खंभों से लता व जंगली घास फूस को साफ कराया जाएगा। ओवरलोड ट्रैक्टरों पर कार्रवाई कब
जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) : प्रशासन की ओर से भले ही ओवरलोड वाहनों के संचालन पर बार-बार कार्रवाई की बातें कही जाती है, लेकिन इलाके की सड़कों पर चल रहे अवैध ओवरलोड माल ढोने वाले वाहन प्रशासन के कारनामों पर प्रश्न चिह्न खड़ा कर रहे हैं।
शासन की ओर से ट्रैक्टर को कृषि कार्य के काम आने वाला वाहन मानकर उसे काफी सहूलियत प्रदान की जाती है। इलाके में अब ट्रैक्टर में काफी बड़े बड़े ट्राली जोड़कर (जिसमें मिनी ट्रक के बराबर माल लोड किया जा सकता है) खुलेआम संचालन किया जा रहा है। उन ट्रालियों से हमीद सेतु से गंगा पार कर रात में ओवरलोड लाल बालू लादकर इलाके में पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। जबकि इन ट्रैक्टर-ट्रालियों का किसी तरह के मालवाहन में पंजीकरण नहीं है। जबकि इन ट्रैक्टर ट्रालियों पर पिकप से अधिक बालू व अन्य प्रकार के माल की ढुलाई का कार्य किया जा रहा है। इन ट्रैक्टर ट्रालियों पर केवल कृषि कार्य हेतु का स्लोगन भी लिखा होता है। ताज्जुब की बात यह है कि उक्त ट्रैक्टर ट्राली पुलिस के सामने से गुजरने के बाद भी वह पता नहीं किन वजहों से उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती। इसको लेकर लोगों में इस बात की चर्चा है कि केवल बाइकों की जांच कर पुलिस कोरम पूरा कर लेती है। वास्तव में जो अवैध वाहन संचालित हो रहे हैं उनका पुलिस से कोई लेना देना नहीं है।