उमस भरी गर्मी में बिजली कटौती से जीना मुहाल
बिजली की बेहिसाब कटौती व उमस के बीच बुधवार को जिले के लोग बिल।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : बिजली की बेहिसाब कटौती व उमस के बीच बुधवार को जिले के लोग बिलबिला उठे। पंखा-कूलर से तनिक भी राहत नहीं मिल पा रही है। तरबतर लोग बिजली विभाग को कोसते रहे।
मानसूनी बारिश के थमते ही मौसम का मिजाज तल्ख होता चला गया। अब तो उमस ने बेहाल कर रखा है तो धूप से गर्मी का डेरा है। इससे जनजीवन व्याकुल हो गया है। उधर, बिजली की अघोषित कटौती ने मुसीबत को और बढ़ा दिया है। उमस से राहत देने में कूलर और पंखे नाकाम साबित हो रहे हैं। वातानुकूलित कमरों में ही सुकून दिखता है जबकि आम स्थानों पर बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं सब बिलबिला रहे हैं। तापमान अधिकतम 36 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 28 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। हद से ज्यादा उमस में संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका बढ़ चली है। बुखार, त्वचा व सिर दर्द संबंधी रोग से ग्रस्त लोगों की भीड़ अस्पतालों में पहुंचने लगी है। चिकित्सक सफाई और खानपान पर विशेष ध्यान देने के साथ दिनचर्या दुरुस्त रख बाहर निकलने की सलाह देने लगे हैं। धान की खेती के लिए बारिश की जरूरत
सरकारी कार्यालयों में अफसर तो एसी चलाकर राहत महसूस कर रहे हैं, लेकिन कर्मचारियों का पसीना नहीं सूख रहा है। धान की रोपाई के बाद खेतों में नमी की जरूरत रहती है। धूप से नमी गायब होने अथवा पानी के गर्म होने से पौधों पर विपरीत असर पड़ रहा है। मौसम का मिजाज देख किसान परेशान हैं। वे इंद्रदेव से बारिश की प्रार्थना कर रहे हैं। किसान आसमान की तरफ देख रहा है।