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धड़ल्ले से संचालित हो रही अवैध आरा मशीनें

कासिमाबाद (गाजीपुर) तहसील क्षेत्र में अवैध आरा मशीनों की बाढ़ सी आ गई है । अवैध आरा मशीनों पर लकड़ी का अंबार देखा जा सकता है। विभागीय अधिकारियों की कृपा से बेरोक-टोक चल रही आरा मशीनों के कारण मुख्यमंत्री के ग्रीन प्रोजेक्ट पर कुठाराघात हो रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 05:12 PM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 05:12 PM (IST)
धड़ल्ले से संचालित हो रही अवैध आरा मशीनें
धड़ल्ले से संचालित हो रही अवैध आरा मशीनें

जासं, कासिमाबाद (गाजीपुर) : तहसील क्षेत्र में अवैध आरा मशीनों की बाढ़ सी आ गई है। अवैध आरा मशीनों पर लकड़ी का अंबार देखा जा सकता है। विभागीय अधिकारियों की कृपा से बेरोक-टोक चल रही आरा मशीनों के कारण मुख्यमंत्री के ग्रीन प्रोजेक्ट पर कुठाराघात हो रहा है।

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स्थानीय व बरेसर थाना क्षेत्र में अवैध आरा मशीनों का संचालन सबसे अधिक देखा जा रहा है। क्षेत्र में अवैध रूप से चल रही आरा मशीनों की संख्या बढ़ कर 25 हो गई है, जबकि मात्र पांच आरा मशीनों को सरकार ने लाइसेंस दिया है। इनके माध्यम से प्रतिदिन भारी संख्या में अवैध लकड़ी की चिराई हो रही है । इससे लकड़ी माफिया तथा आरा मशीन के संचालक माला माल हो रहे हैं । वन विभाग के अधिकारी इन अवैध आरा मशीनों पर अंकुश लगा पाने में विफल साबित हो रहे है । वन विभाग के कर्मियों की मिली भगत से लकड़ी माफिया सड़क के किनारे लगे पेड़ों को ही आसानी से काटते देखे जा सकते है। विरोध करने पर नीलामी व अनुमति की बात बताकर लोगों को शांत कर दिया जाता है। एक आरा मशीन संचालक ने बताया कि अवैध तरीके से लकड़ी की चिराई का काम महकमे की शह पर हो रहा है। डीएफओ गिरिशचंद्र त्रिपाठी ने बताया कि अवैध आरा मशीन संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अगर विभाग का कोई व्यक्ति इस खेल में शामिल हैं तो उसके खिलाफ भी कठोर कदम उठाए जाएंगे।


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