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¨हदू धर्म मानव जीवन जीने की संस्कृति

गाजीपुर : परसपुरा स्थित निजी मैरिज हाल में रविवार को राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के अखिल भारतीय आह्वान पर श्रीराम मंदिर के निर्माण को लेकर 25 नवम्बर को अयोध्या चलो कार्यक्रम के तहत बेैठक की गयी। इस मौके पर डा. केशवबलिराम हेड़गेवार व गुरुजी सदाशिवराव गोलवरकर के चित्र में दीप प्रज्ज्वलन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 06:21 PM (IST)Updated: Sun, 11 Nov 2018 06:21 PM (IST)
¨हदू धर्म मानव जीवन जीने की संस्कृति
¨हदू धर्म मानव जीवन जीने की संस्कृति

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : परसपुरा स्थित एक निजी मैरेज हाल में रविवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय आह्वान पर श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए 25 नवंबर को अयोध्या चलो कार्यक्रम के तहत बैठक की गयी। इस मौके पर डा. केशव बलिराम हेडगेवार व गुरुजी सदाशिवराव गोलवरकर के चित्र में दीप प्रज्ज्वलन किया गया। महामंडलेश्वर स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती जी ने कहा कि ¨हदू धर्म मानव जीवन जीने की संस्कृति है जो मानव के जन्म के साथ ही प्रारंभ होती है। हिन्दू धर्म सनातनी है जो सतयुग, द्वापर व त्रेता से निरंतर चलायमान है। वेदों, उपनिषदों पर आधारित यह धर्म में राजा हरिशचंद, भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण, हनुमान जैसे अन्य आदर्श पुरुषों के कर्मों ने भगवान बना दिया। कहा कि श्रीराम मंदिर बनाने के लिए 25 नवंबर को सम-वैचारिक एवं आनुषांगिक संगठन मिलकर अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे। उस दौरान धर्मसभा में होने वाले धर्मादेश के पालन के लिए सरकार पर दबाव बनायेगी और न्यायालय में चल रहे विवाद को जल्द से जल्द निस्तारण करने का हल सुझायेगी। इस अवसर पर बांकेलाल, अशोक राय, रमाशंकर, देवनरायन, हृदेश कुमार, योगेश ¨सह, विनोद अग्रवाल, हरिहर ¨सह आदि थे।संचालन दीनानाथ ने किया।

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