आधा दर्जन कर्मचारी संगठन आए समर्थन में
जागरण संवाददाता गाजीपुर स्वास्थ्य विभाग में हुए लिपिक संवर्ग के बड़े पैमाने पर तबादले से नार
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : स्वास्थ्य विभाग में हुए लिपिक संवर्ग के बड़े पैमाने पर तबादले से नाराज यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन शासनादेश वापस लेने की मांग पर अडिग है। बहिष्कार के साथ सीएमओ कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना शुक्रवार को चौथे दिन भी जारी रहा। अब समर्थन में अन्य कर्मचारी संगठन भी आने लगे हैं।
शुक्रवार को यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन को राज्य कर्मचारी महासंघ, राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ, चतुर्थ श्रेणी संघ, राजकीय वाहन चालक संघ, गन्ना विकास मिनिस्ट्रियल संघ व सिचाई विभाग मिनिस्ट्रियल संघ आदि ने समर्थन दिया।
कार्य बहिष्कार के चलते संबंधित पटल के कार्य प्रभावित रहे। चिकित्सा प्रमाण पत्र व जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनना, जननी सुरक्षा योजना का भुगतान, जेम पोर्टल पर होने वाली खरीद व प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का भुगतान ठप पड़ा है। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अमित राय ने कहा कि यहां कुल 53 लिपिक कार्यरत हैं और इसमें 32 लिपिकों का मानक की अनदेखी करते हुए दूर ट्रांसफर कर दिया गया है। इस तबादले में दिव्यांग कर्मचारी, महिला कर्मचारी, विधवा महिला कर्मचारी का भी ध्यान नहीं रखा गया।
वक्ताओं ने कहा कि अगर हम शासनादेश की बात करें तो किसी भी हाल में विभाग द्वारा 10 फीसद कर्मचारियों का या फिर विभागीय मंत्री अधिकतम 20 फीसद कर्मचारियों का एक बार में तबादला कर सकता है, लेकिन इस तबादले में 70 फीसद से ऊपर कर्मचारियों का तबादला कर स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कर्मचारियों को कोविड-19 के सेकेंड फेज में काम करने का इनाम दिया है।
धरने में राज्य कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार यादव, मंत्री अश्वनी राय, मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन इरीगेशन डिपार्टमेंट के मंत्री संतोष कुमार तिवारी गन्ना विकास के अध्यक्ष गोपाल यादव और कर्मचारी सदस्य गण शिवबली मिश्र सहित आनंद प्रकाश अग्रवाल, फैजुद्दीन सिद्दकी, जयप्रकाश सिंह, नागेंद्र सिंह, पवन यादव, कमलनयन राय, शिवजी पांडेय, चंदा दूबे, धर्मेंद्र यादव, कृष्ण कुमार वर्मा, अनूप चतुर्वेदी आदि ने भाग लिया।