गांधीजी को कार्यों से मिला राष्ट्रपिता का दर्जा : मनोज सिन्हा
सैदपुर (गाजीपुर) भाजपा द्वारा चलाई जा रही गांधी संकल्प यात्रा स्थानीय नगर में बुधवार की शाम करीब पांच बजे पहुंची। नगर में पहुंचने पर जौहरगंज में सभासद प्रतिनिधि लोकनाथ निषाद के नेतृत्व में निषाद बस्ती के लोगों ने संकल्प यात्रा में शामिल पूर्व रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा व अन्य लोगों का फूल-मालाओं से भव्य स्वागत किया।
जासं, सैदपुर (गाजीपुर) : भाजपा द्वारा चलाई जा रही गांधी संकल्प यात्रा स्थानीय नगर में बुधवार की शाम पहुंची। जौहरगंज में सभासद प्रतिनिधि लोकनाथ निषाद तथा वरिष्ठ नेता अविनाश बरनवाल व विकास बरनवाल के नेतृत्व में भव्य स्वागत किया गया। पक्का पुल के नीचे पीपा घाट त्रिमुहानी पर यात्रा पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई। पूर्व रेल राज्यमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तृत प्रकाश डाला। सुमन कमलापुरी, बसंत सेठ, पूर्व चेयरमैन हरिनाथ सोनकर, शीला सोनकर, बबलू सोनकर, सवरू सोनकर, त्रिवेंद्रनाथ पांडेय, पूनम मौर्या, सभासद बृजेश जायसवाल, गणपत वर्मा, सभासद प्रतिनिधि संतोष सोनकर, मनोज सोनकर, अनिल सोनकर आदि थे। सिधौना: गांधी संकल्प यात्रा के औड़िहार पहुंचने पर स्टेशन रोड पर उदय प्रताप सिंह के आवास पर स्वागत किया गया। राकेश सिंह, पंकज सिंह, पिटू सिंह, दीपक, राजेंद्र सिंह, गुड्डू सिंह, ओमप्रकाश सिंह, गिरीश दादा, रणविजय सिंह, मनमोहन, दारा आदि थे।
खानपुर: मौधा में रात्रि विश्राम के बाद गांधी संकल्प यात्रा में शामिल लोगों ने सुबह योग शिविर लगाया और झाड़ू लगाकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। पूर्व रेल राज्यमंत्री के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता मौधा से चलकर श्रृंगारपुर प्राथमिक विद्यालय पर पहुंचे। यहां आंवला का पौधा लगाया गया। बेलहरी मंदिर में झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश दिया गया। नेवादा, बेहरी, बहदियां, बभनौली होते हुए यात्रा सिधौना में पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई। पूर्व रेल राज्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी दुनियां के 120 देशों में प्रासंगिक हैं। सबसे ज्यादा शोध उनके ऊपर किए जा रहे हैं। ओमप्रकाश पाठक, अचल सिंह, मुकेश सिंह, मिथिलेश दीक्षित, कृष्णानंद सिंह, लालबहादुर यादव, शिवाजी मिश्र, कमलेश सिंह, रामधनी त्रिपाठी, कन्हैया पांडेय आदि थे।
एमएलसी भी हुए यात्रा में शामिल
- विधान परिषद सदस्य विशाल उर्फ चंचल सिंह दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ सिधौना पहुंचकर गांधी संकल्प यात्रा में शामिल हुए। काफी दूर तक वे चले।