मौसम के रुख से तैयार फसलों को लेकर किसान बेचैन
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : मौसम का मिजाज समझ से परे है। एक ओर जहां लोग समय से पहले पड़
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : मौसम का मिजाज समझ से परे है। एक ओर जहां लोग समय से पहले पड़ने वाली गर्मी से परेशान थे तो वहीं सोमवार को अचानक छाए बादल ने किसानों में बेचैनी हो गई है। तेज हवाओं के साथ अगर बारिश हो गई तो गेहूं की फसल गिरकर बर्बाद हो सकती है। साथ ही आम की फसलों के साथ खेतों में पड़ी अन्य फसलें तबाह होने की आशंका सताने लगी है।
होली के बाद से अचानक मौसम में आई गर्मी से लोगों को परेशानी होने लगी थी। इतनी जल्दी अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाएगा इसकी उम्मीद नहीं थी। इस बात ने बेचैनी बढ़ा दी थी कि अगर अभी गर्मी का यह हाल है तो आने वाले दिनों में क्या होगा लेकिन सुबह से ही आसमान पर छाए बादलों ने नगरवासियों को थोड़ी राहत दी तो वहीं किसानों की धुकधुकी बढ़ा दी है। मुहम्मदाबाद : किसान अपनी पैदावार के बर्बाद होने को लेकर ¨चतित नजर आ रहे हैं। इस समय खेतों मसूर, खेसारी, मटर की फसल पूरी तरह से तैयार हो गई है। बारिश होने पर अनाज खेतों में ही झड़ जाएगा। गेहूं के पौधों में दाना पकड़ना शुरू हो गया है। तेज हवा के बीच अगर बारिश हुई तो पौधे जमीन पर गिर जाएंगे। इससे पैदावार प्रभावित होगी। चने में फूल आना शुरू हो गया है, बारिश के चलते फूलों के झड़ने का खतरा बना हुआ है। मौसम की खराबी से माहो (लाही) का प्रकोप होने से सरसों की फसल बर्बाद हो जाएगी। सब मिलाकर इस समय होने वाली बारिश सभी तरह की खेती के लिए नुकसानदेह साबित होगी।
पैदावार से खुश पर भाव को लेकर निराश
लौवाडीह : इस समय खेतों में चना, मसूर व मटर के पौधे लहलहा रहे हैं। इस वर्ष फसल काफी अच्छी हुई है। मसूर की फसल तैयार हो गई है। एक सप्ताह बाद कटाई शुरु हो जाएगी। फसल अच्छी होने से जहां एक तरफ किसान खुश हैं तो दूसरी तरफ इसका भाव काफी कम होने से उनमें निराशा व्याप्त है। इस समय मसूर का भाव 2800 से 3000 रुपये प्रति कुंतल है। दो साल पहले मसूर पांच से सात हजार रुपये प्रति कुंतल तक था जो इस समय घटकर काफी नीचे आ गया है। अभी भी अधिकांश किसानों के घर में मसूर डंप पड़ी है। भाव अच्छा होने की आस में किसान दो वर्ष की मसूर घर में रखने के लिए मजबूर हैं। चना का अच्छे भाव की उम्मीद में किसानों ने इस बार इस फसल का रकबा बढ़ाया है लेकिन अचानक इसका भाव भी गिरकर काफी नीचे आ गया है। इस समय चना 3200 रुपये प्रति कुंतल बिक रहा है। किसान सर्वेश राय, विनय राय, अशोक राय, अविनाश यादव आदि का कहना है कि सरकार दलहनी फसलों को भी खरीदे, जिससे किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिल सके।