अनुमति के असमंजस में दुर्गापूजा व रामलीला समितियां
क्षेत्र के दर्जनों दुर्गापूजा एवं रामलीला समितियां आयोजन ।
जागरण संवाददाता, खानपुर (गाजीपुर) : क्षेत्र के दर्जनों दुर्गापूजा एवं रामलीला समितियां आयोजन के लिए प्रशासनिक और सरकारी अनुमति का इंतजार कर रही हैं। स्कूल-कालेज व बाजार आदि खुलने के बाद राज्य सरकार और जिला प्रशासन की तरफ से स्पष्ट गाइडलाइन जारी नहीं होने से पूजा समितियां असमंजस में हैं।
समितियों के अध्यक्ष का कहना है कि सात अक्टूबर से नवरात्रि शुरू होगी, इसलिए इन आयोजनों के लिए चालीस दिन से भी कम समय बचे है जबकि दुर्गापूजा के मूर्ति और पंडाल का आर्डर तैयारी और अन्य कार्यक्रम संयोजित करने के लिए साठ दिन का समय भी कम पड़ता है। यदि एक दो दिन में अनुमति मिल जाती है तो भव्य पंडाल और रामलीला का सफल मंचन करने की सुविधा मिल जाती। पिछले साल कोरोना की वजह से दुर्गापूजा पंडाल और बड़ी मूर्ति के निर्माण पर रोक लगा दी गई थी। रामलीला का मंचन बंद कर भव्य तरीके से दुर्गापूजा के आयोजन पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था। रामलीला समिति के प्रबंधकों का कहना है कि रामलीला के तीन दर्जन कलाकारों को चयनित कर अभिनय संवाद अदायगी के लिए प्रशिक्षित करना और मंचन की व्यवस्था करने के लिए समय से अनुमति मिलना बहुत जरूरी है। दुर्गापूजा के आयोजकों का कहना है कि पंडाल और मूर्ति को भव्य रूप देने के लिए यूपी सहित झारखंड, बंगाल, बिहार, उड़ीसा राज्यों से कारीगर बुलाते हैं। मूर्ति और पंडाल बनाने के लिए एडवांस में कारीगर और सामान बुक करना पड़ता है। असमंजस की वजह से अभी तक कारीगरों को एडवांस नहीं दिए हैं।