डीआइजी जेल ने दो हेड वार्डन को किया निलंबित, हड़कंप
जासं गाजीपुर जिला कारागार से दीवार फांदकर फरार दो बंदियों के मामले में रविवार को डीआइजी जेल ने दो हेड वार्डन को निलंबित कर दिया। साथ ही निरूद्ध स्थल का गंभीरता पूर्वक निरीक्षण किया। इस दौरान प्राचीर पर दोनों के पैर के निशान भी मिले। वहीं डीएम व एसपी के साथ निरीक्षण करने के बाद कारागार के अधिकारियों को कड़ी चेतावनी भी दी। शनिवार की शाम सात बजे खाना बंटने के बाद गणना के समय संख्या कम होने के बाद कारागार प्रशासन को दो बंदियों के भागने की जानकारी हुई थी। ऐसे में सुरक्षा को लेकर कारागार प्रशासन की लापरवाही साफ प्रदर्शित होती दिख रही है।
जासं, गाजीपुर : जिला कारागार से दीवार फांदकर फरार हुए दो बंदियों के मामले में रविवार को डीआइजी जेल ने दो हेड वार्डन को निलंबित कर दिया। साथ ही निरुद्ध स्थल का गंभीरता पूर्वक निरीक्षण किया। इस दौरान दीवार पर दोनों के पैर के निशान भी मिले। वहीं डीएम व एसपी के साथ निरीक्षण करने के बाद कारागार के अधिकारियों को कड़ी चेतावनी भी दी। शनिवार की शाम सात बजे खाना बंटने के बाद गणना के समय संख्या कम होने के बाद कारागार प्रशासन को दो बंदियों के भागने की जानकारी हुई थी। ऐसे में सुरक्षा को लेकर कारागार प्रशासन की लापरवाही साफ प्रदर्शित होती दिख रही है।
खानपुर थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव के विकास यादव व हिमांशु यादव को छेड़खानी के मामले में बीते 22 मई को जिला कारागार में निरूद्ध किया गया था। बीते 24 मई की शाम सात बजे सभी बंदियों को बैरकों से बाहर निकालकर खाना बांटा जा रहा था। इसके बाद जब बंदियों की गणना शुरू की गई तो दोनों आरोपित गायब मिले। इसके बाद कारागार प्रशासन ने तलाश शुरू, लेकिन कुछ भी पता नहीं चल सका। इधर दोनों बंदियों के कारागार से फरार होने की जानकारी मिलते ही डीआइजी जेल बीआर वर्मा, डीएम ओमप्रकाश आर्य व एसपी डा. ओमप्रकाश सिंह जिला जेल पहुंचे व अधिकारियों से पूछताछ के बाद छानबीन में जुटे रहे। -------
दोनों बंदियों का निरूद्ध स्थल हाता संख्या 10 व 11 मुख्य सर्किल से दूर है व मुख्य प्राचीर के निकट है। छानबीन में प्राचीर पर पैर के निशान मिले हैं। दोनों बंदी कारागार से फरार हुए हैं। प्रथम ²ष्टया बैरक प्रभारी रामनाथ सहाय व अशोक पाठक को निलंबित कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
- बीआर वर्मा, डीआइजी जेल