संकट के चलते महंगे दर पर खरीद रहे डीएपी
साधन सहकारी केंद्रों पर डीएपी की उपलब्धता कराने में विभाग की
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : साधन सहकारी केंद्रों पर डीएपी की उपलब्धता कराने में विभाग की देरी का दंश जनपद के किसान झेल रहे हैं। रबी की बोआई का समय निकलता जा रहा है। ऐसे में किसान मजबूरी में दुकानदारों को निर्धारित मूल्य से अधिक पर डीएपी खरीदकर फसल की बोआई करने को मजबूर हैं। कहीं-कहीं किसानों को 12 सौ की जगह 15 व 16 सौ रुपये देकर डीएपी लेना पड़ रहा है। कहीं-कहीं तो कम डीएपी मिलने की वजह से इसे सहकारी समिति पर मंगाया ही नहीं गया।
खानपुर : खानपुर के नायकडीह, मौधा और उचौरी साधन सहकारी समितियों पर खरीफ की फसल के बाद रबी की फसल में डीएपी की कोई सप्लाई नहीं की गई है। इससे यहां के किसान सैदपुर, खानपुर के फुटकर दुकानदारों से डीएपी खरीद कर अपनी फसल की बोआई कर रहे हैं। कोआपरेटिव अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने बताया कि सौ टन डीएपी की खपत है, इसके बदले में छह टन डीएपी की सप्लाई की जा रही थी, इससे यहां किसानों के बीच बवाल की स्थिति उत्पन्न हो जाती। इसलिए रबी की फसल के लिए डीएपी की कोई भी आमद नहीं ली गई है।
बाराचवर साधन सहकारी केंद्र पर डीएपी नदारद है। ब्लाक के बांकी खुर्द के किसान धनंजय सिंह, पातेपुर के सर्वानंद यादव, चकफातमा सत्यनारायण यादव, उतरांव राजेश यादव, असावर प्रदीप राय, हरदासपुर छोटेलाल राय ने बताया कि डीएपी के लिए 15 सौ रुपये देने पड़ रहे हैं।
मुहम्मदाबाद: ब्लाक में कुल 12 साधन सहकारी केंद्र हैं। इनमें से चार पर डीएपी की उपलब्धता नहीं है, जहां पर उपलब्धता है वहां अगल-बगल के किसानों ने भीड़ लगा रखी है। किसान दिन भर इंतजार कर खाली हाथ लौट रहे हैं या तो मजबूरन 15 से 16 सौ रुपये की डीएपी खरीद रहे हैं। ऐसे में गेहूं की बोआई में भी देरी हो रही है। - रैक लगने में देर होने के कारण केंद्रों पर डीएपी की उपलब्धता कम हो गई है। अब डीएपी आ गई है, एक से दो दिन के अंदर सभी केंद्रों पर डीएपी की उपलब्धता पूरी कर ली जाएगी।
-मृत्युंजय कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी।