कोरोना ने डराया लेकिन टीबी को हराया
कोरोना महामारी ने भले ही सभी को डरा दिया हो और काफी नुकस
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : कोरोना महामारी ने भले ही सभी को डरा दिया हो और काफी नुकसान किया, लेकिन इसके कुछ लाभ भी हुए हैं। इस काल में टीबी के रोगी काफी कम हो गए हैं। कारण कि कोरोना के चलते लोगों ने शारीरिक दूरी का पालन किया, मास्क लगाया और सफाई रखने के साथ नियमित हाथ धुलते रहे। टीबी रोगियों को भी ऐसी ही हिदायत दी जाती है। इसके चलते कोरोना के साथ टीबी रोगियों को भी इसका लाभ मिला। ऐसे में क्षय रोग विभाग भी लोगों को कोरोना प्रोटोकाल पालन करने के लिए जागरूक कर रहा है।
टीबी भी कभी एक वैश्विक महामारी हुआ करती थी, लेकिन धीरे-धीरे इसका शत-प्रतिशत उपचार खोज लिया गया। अब सरकारी अस्पतालों में डाट्स के माध्यम से टीबी का निश्शुल्क उपचार होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने टीबी को 2030 तक शत-प्रतिशत समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। वहीं भारत सरकार ने इसे 2025 तक ही शत-प्रतिशत समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए अभियान चलाकर व घर-घर जाकर टीबी रोगियों की पहचान की जा रही है। इस दौरान यह देखा गया कि पिछले वर्ष 2019 की तुलना में 2020 में 537 क्षय रोगी कम मिले। वहीं 2021 में भी अभी तक केवल 695 क्षय रोगी ही मिले हैं।
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विभाग चला रहा सेल्फी अभियान
: राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत शुक्रवार को जनपद के विभिन्न स्थानों पर सेल्फी अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत जिला क्षय रोग विभाग के अधिकारी व कर्मचारी जनपद के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर मास्क सेल्फी अभियान चलाकर मास्क के प्रति लोगों को जागरूक किया। जिला कार्यक्रम समन्वयक मिथिलेश सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल पर राजकीय महिला कालेज की छात्राओं के मध्य मास्क का वितरण किया गया और उनके साथ मास्क सेल्फी अभियान की शुरुआत की गई। इसके पश्चात क्षय रोग विभाग की पूरी टीम पुलिस लाइन पहुंची जहां पर पुलिस कर्मियों को मास्क को पहना कर सेल्फी लिया गया।
फैक्ट फाइल..
01-01-2019 से 31-12-2019 तक जिले में मिले क्षय रोगी
- सरकारी अस्पताल : 2770
- निजी अस्पताल : 599
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01-01-2020 से 31-12-2020 तक जिले में मिले क्षय रोगी
- सरकारी अस्पताल : 2394
- निजी अस्पताल : 438
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01-01-2021 से 26-03-2021 तक जिले में मिले क्षय रोगी
- सरकारी अस्पताल : 641
- निजी अस्पताल : 54
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लॉकडाउन में सभी लोग मास्क लगा रहे थे। इससे वर्ष 2020 में टीबी के मरीजों की संख्या में काफी कमी आई थी। इन्हीं सब को देखते हुए शासन के द्वारा सेल्फी अभियान की शुरुआत की गई है, ताकि लोग मास्क की महत्ता को जान सकें।
-डा. केके वर्मा, पूर्व जिला क्षय रोग अधिकारी।