किसानों का हक लूटने की हो रही साजिश
जागरण संवाददाता लौवाडीह (गाजीपुर) प्रधानमंत्री किसान बीमा करने वाली कंपनी कृषि व राजस्व विभाग से मिलकर किसानों का हक लूटने की साजिश में लगी है। मगई नदी के पानी से प्रभावित गांवों की लगभग
जागरण संवाददाता, लौवाडीह (गाजीपुर) : प्रधानमंत्री किसान बीमा करने वाली कंपनी कृषि व राजस्व विभाग से मिलकर किसानों का हक लूटने की साजिश में लगी है। मगई नदी के पानी से प्रभावित गांवों की लगभग 80 फीसद धान, बाजरा और सब्जी की फसलें नष्ट हो गई हैं। बीमा कंपनी के कर्मचारी खेतों का निरीक्षण करने के बजाय तहसील स्तर पर ही राजस्व कर्मचारियों को भ्रमित कर 40-45 फीसद ही नुकसान दिखाकर उनका हस्ताक्षर करा रहे हैं। इसकी जांच कराई जाए।
आरोप है कि कागज में ही सर्वेक्षण और निरीक्षण कर इसकी खानापूर्ति करके किसानों का बीमा प्रीमियम लूटने के चक्कर में पड़े हैं। इसके लिए कृषि और राजस्व विभाग भी कम जिम्मेदार नहीं है जो इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं। यह सब कमीशन वसूली के चक्कर में बीमा कंपनियों को बेजा लाभ देकर किसानों से छल किया जाता है। वर्ष 2016 में आई बाढ़ में भी ऐसा ही हुआ। उसमें बीमा का एक किश्त देकर बाकी सब लूट लिया गया। बाद में किसानों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। जिस पर कोर्ट ने भुगतान का निर्देश दिया। मंगई नदी के पानी से कई बार फसल नुकसान हो गई लेकिन कभी मुआवजा नहीं मिला। इस वर्ष भी यही किया जा रहा है। मगई नदी के पानी से लौवाडीह, जोगामुसाहिब, महेन्द, गोड़उर, सियाड़ी, मसौनी, परसा, राजापुर, खेमपुर, सिलाइच, मुर्तजीपुर, रेड़मार, देवरिया सहित कई गांवों की 90 फीसद फसल नष्ट हो गई है। किसान संजय राय, अश्वनी राय, मनोज राय, राजेश यादव, रामवचन मिश्र आदि ने इस तरफ जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जांच कराने की मांग की है।