परीक्षा में गड़बड़ी होने पर केंद्र व्यवस्थापक होंगे जिम्मेदार
यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने और परीक्षा की शुचिता बनाए रखन
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने और परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए प्रधानाचार्यों एवं केंद्र व्यवस्थापकों की समीक्षा बैठक शनिवार को स्वामी सहजानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सभागार में हुई। इस दौरान परीक्षा केंद्रों पर तैयारी के संबंध में कुल दस बिदुओं पर एक-एक करके समीक्षा की गई।
जिला विद्यालय निरीक्षक डा. ओपी राय ने केंद्र व्यवस्थापकों को चेतावनी देते हुए कहा कि 20 मार्च से जिले के सभी परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण होगा। उस दौरान जिन केंद्रों पर कोई भी कमी मिलेगी तो उसके केंद्र व्यवस्थापक पर सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें परीक्षा से हटा दिया जाएगा। इसके अलावा उस विद्यालय के सभी शिक्षकों को भी कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी करने से वंचित कर दिया जाएगा। उन्होंने परीक्षा केंद्रों पर तैयारी पूर्ण करने के लिए 15 मार्च तक का समय दिया। कहा कि अपने-अपने केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा, ब्राडबैंड, हाईस्पीड कनेक्शन की व्यवस्था अनिवार्य रूप से कर लें। इसमें कोई भी कमी क्षम्य नहीं होगी। केंद्र पर अगर नकल होती है तो उसके लिए पूरी तरह केंद्र व्यवस्थापक ही जिम्मेदार माने जाएंगे।
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कोरोना गाइड लाइन का
करना होगा पालन
जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए परीक्षार्थियों की संख्या को कमरों के अनुसार बांट लें और व्यवस्था तैयार कर उससे एक सप्ताह के अंदर अवगत करा दें। एक कमरे में कम से कम 20 या बड़ा कमरा है तो 25 परीक्षार्थियों की सीट लगाई जा सकती है। यदि विद्यालय पर फर्नीचर की कमी है तो उसे पूरा कर लें। परीक्षा केंद्र पर चहारदीवारी व फर्नीचर की कमी है तो उसे पूरा कर लें। चहारदीवारी जरूर होना चाहिए। विद्यालय में यदि दो गेट लगे हों तो परीक्षा के दौरान सिर्फ एक गेट का ही प्रयोग करें। दूसरे को बंद कर दे़ं। स्ट्रांग रूम की आलमारी में डबल लाक लगा होना चाहिए। जिन केंद्रों पर यह व्यवस्था नहीं है वहां के प्रधानाचार्य इसकी व्यवस्था करके इसकी सूचना उपलब्ध कराएं। परीक्षा 24 अप्रैल से 12 मई तक होगी।
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बैठक में प्रधानाचार्य हरेंद्र कुमार, अवधेश सिंह, शीला देवी, कमला देवी, डा. रामनिवास, बृजेश पाठक, परशुराम राय, शिवजी सिंह, सीता राम यादव, सरिता जायसवाल, अमिना खातून, तबस्सुम जहरा, आनंद मिश्र आदि थे। संचालन राजकीय हाईस्कूल सौरी के प्रधानाचार्य राम अवतार यादव ने किया।