रोजगार परक योजनाओं की सीडीओ ने की समीक्षा
गाजीपुर जिला उद्योग एवं स्वरोजगार बंधु की बैठक राईफल क्लब सभागार में सीडीओ हरिकेश चौरसिया की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने सरकार की योजनाओं में अधिक से अधिक आवेदन की अपेक्षा करने के साथ ही रोजगारपरक योजनाओं के कार्य में प्रगति की समीक्षा भी की।
जासं, गाजीपुर : जिला उद्योग एवं स्वरोजगार बंधु की बैठक राइफल क्लब सभागार में सीडीओ हरिकेश चौरसिया की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने सरकार की योजनाओं में अधिक से अधिक आवेदन की अपेक्षा करने के साथ ही रोजगारपरक योजनाओं के कार्य में प्रगति की समीक्षा भी की। अधिक से अधिक आवेदन की अपेक्षा करते हुए संबंधित विभाग से पूछताछ कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
बिजली विभाग की समीक्षा में बताया गया कि अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ द्वारा पर अवगत कराया गया कि अगस्त में प्राप्त सभी आवेदन पत्रों का विद्युत भार स्वीकृत कर दिया गया है। राजकीय आद्योगिक आस्थान नंदगंज में स्वतंत्र फीडर की स्थापना के संबंध में बताया गया कि सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर ली गई है। 85 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। जल्द ही विद्युत प्रवाह प्रारम्भ हो जाएगा। एक जनपद एक कार्यक्रम के अंतर्गत वित्त पोषण के लिए सहायता योजना में वर्ष 2019-20 हेतु भौतिक लक्ष्य 20 के सापेक्ष 56 आवेदन पत्र विभिन्न बैंक शाखाओं में प्रेषित किया जा चुका है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में प्राप्त लक्ष्य 56 के सापेक्ष 228 आनलाइन आवेदन अग्रसारित किया गया है। इसमें 12 स्वीकृत हैं। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना में लक्ष्य 158 के सापेक्ष 173 आवेदन आए हैं। जिसमें छह स्वीकृत हैं। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में उपायुक्त उद्योग एवं सीधे बैंक स्तर पर प्राप्त 272 में 272 का ऋण वितरित है। सीडीओ ने मुख्यमंत्री हस्तशिल्प पेंशन योजना, विशिष्ट हस्तशिल्प पेंशन योजना, एमएसएमई प्रादेशिक पुरस्कार योजना, विदेशों में आयेाजित मेलों में प्रतिभाग, क्लस्टर योजना, एस्पायर योजना, जो सरकार की तरफ से चलाई जा रही है, उसमें अधिक आवेदन की अपेक्षा की। इसके अतिरिक्त बैठक में स्टार्टअप योजना में प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त औद्योगिक आस्थानों रखरखाव, रिक्त भूखंड, भूखंड हस्तानांतरण, अवैध कब्जे माटी कला से जुड़े पारम्परिक कारीगरों को नि:शुल्क तालाब आदि की समीक्षा की। एसपी सिटी प्रदीप दुबे, उद्यमी वशिष्ठ सिंह यादव, एसके दूबे एवं अन्य उद्यमी आदि थे।