एनीमिया से बचने के लिए सावधानी जरूरी
एनीमिया की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चयनित नोडल शिक्षकों को प्रशिक्षित किया। इस दौरान बच्चों को एनीमियां के प्रति जागरूक करने तथा रोग की पहचान बचाव के उपाय तथा खानपान के प्रति सचेत करने पर बल दिया गया।
जागरण संवाददाता, भदोही: एनीमिया की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चयनित नोडल शिक्षकों को प्रशिक्षित किया। इस दौरान बच्चों को एनीमिया के प्रति जागरूक करने तथा रोग की पहचान, बचाव के उपाय तथा खानपान के प्रति सचेत करने पर बल दिया गया।
कार्यक्रम के तहत इन दिनों आंनगबाड़ी व चयनित शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है कि किशोरवय बच्चियों को एनीमिया से बचाया जा सके। इसी क्रम में बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्र के चयनित 81 नोडल शिक्षकों को सरकार की मंशा से अवगत कराते हुए साप्ताहिक आयरन की गोली वितरण के बारे में बताया गया। प्रशिक्षक डा. नीलेश कुमार जायसवाल, डा. नाजिम ने बच्चों के स्वास्थ्य की जांच पड़ताल के साथ साथ उन्हें बीमारी से मुक्त रखने के उपाय बताए। किशोर, किशोरियों में रक्त की कमी न हो इसका विशेष ध्यान रखने को कहा गया। खानपान के प्रति सावधानी बरतने तथा हानिकारक खाद्य सामानों से बचाव के बारे में जागरूक करने पर बल दिया गया।
डा. जायसवाल ने कहा कि भारत सरकार ने एनीमिया को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर कार्यक्रम शुरू किया है। इसमें स्वास्थ्य, बाल विकास परियोजना, शिक्षा विभाग को शामिल किया गया हैं। नेत्र सहायक सतीश कुमार ने आंख की रोशनी को बरकरार रखने के लिए विटामिन व पोषक तत्वों के बताया। इस मौके पर सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डा. बीके सिंह, जेपी सिंह, प्रतिमा, शिवाकांत यादव आदि थे।