सृष्टि ने बना डाली बैट्री चालित साइकिल
(गाजीपुर) : ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों में भी प्रतिभा की कमी नहीं है, बस जरुरत है उन्हें मौका देने की। इसे साबित किया है सनसाइन पब्लिक स्कूल की छात्रा सृष्टि ¨सह ने। दसवीं कक्षा में पढ़ रही सृष्टि ने बैटरी चालित साइकिल बनाकर अपनी मेधा का परिचय दिया है।
जासं, जमानियां (गाजीपुर) : ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों में भी प्रतिभा की कमी नहीं है, बस जरूरत है उन्हें मौका देने की। इसे साबित किया है सनसाइन पब्लिक स्कूल की छात्रा सृष्टि ¨सह ने। दसवीं कक्षा में पढ़ रही सृष्टि ने बैटरी चालित साइकिल बनाकर अपनी मेधा का परिचय दिया है। कुछ दिनों पूर्व विद्यालय में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी में बैटरी चालित साइकिल का प्रदर्शन किया तो लोग चकित रह गए।
सृष्टि मूलत: सेवराई तहसील के पचौरी गांव की रहने वाली हैं। पिता जयप्रकाश ¨सह विद्यालय में भौतिक विज्ञान के अध्यापक भी हैं। वह बचपन से ही मेधावी रहीं और हमेशा नए-नए प्रयोग करती रहती हैं। अपने इस आविष्कार को लेकर सृष्टि काफी उत्साहित है। वह बताती हैं कि इस साइकिल में लगी बैटरी एक बार चार्ज हो जाने पर 30 किलोमीटर तक की दूरी तय करती है जबकि इसकी गति सीमा 25 से 30 किमी प्रति घंटा रहती है। यह साइकिल इसी गति पर 85 किलोग्राम का वजन ढोने में सक्षम है। सृष्टि ने बताया की ई-रिक्शा को देखकर उन्हें ई-साइकिल बनाने की प्रेरणा मिली। उन्होंने सोचा कि इससे ईंधन भी बचेगा और पर्यावरण संरक्षण भी होगा। सृष्टि ने आगे बताया कि इस साइकिल में उन्होंने 12 वोल्ट की दो बैटरी, 250 वाट का मोटर, ड्राइवर चेन, करेंट कंट्रोलर, एक्सिलेटर, चार्जिंग प्वाइंट, बल्ब व हॉर्न आदि का उपयोग किया है। इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए सोलर सिस्टम से बैटरी को चार्ज करने की भी उनकी योजना है। सौर ऊर्जा से बैटरी को चार्ज करने के दौरान चलाया भी जा सकता है। इससे बिजली पर बैटरी को चार्ज करने की निर्भरता नहीं रहेगी। दिन पर दिन बढ़ रही ऊर्जा की किल्लत से भी निजात मिलेगी। विद्यालय के अध्यक्ष चंद्रशेखर ¨सह ने बताया कि सृष्टि ने कम उम्र में ही बैटरी से चालित साइकिल बनाकर अपनी प्रतिभा से सभी को परिचित कराया है। इससे अन्य विद्यार्थी भी प्रेरित हो रहे हैं।