यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने की सारी व्यवस्था फेल
गाजीपुर : माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा को नकल विहीन संपन्न कराने में जिला फिसड्डी साबित होता नजर आ रहा है।
अविनाश ¨सह,
गाजीपुर : माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा नकलविहीन संपन्न कराने में जिला प्रशासन फिसड्डी साबित होता नजर आ रहा है। शिक्षा माफियाओं के आगे सारी व्यवस्था धराशायी हो गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक के सभी दावे फेल हो चुके हैं। इस बार मुन्नाभाई व नकलची के अलावा पूरा साल्वर गैंग भी पकड़ा जा रहा है। परीक्षा की तैयारी कितनी चाक-चौबंद है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसमें एसटीएफ को भी हस्तक्षेप करना पड़ा।
डीआइओएस द्वारा परीक्षा को लेकर की गई सभी तैयारियां लगभग फेल सी हो गई हैं। इसका अंदाजा भी लोग पहले से ही लगा चुके थे। ऐसे- ऐसे विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है कि वहां पहुंच कर सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट भी हैरान हो जा रहे हैं। इससे यह साफ है कि मानक को ताक पर रख कर यह सभी केंद्र बनाए गए हैं। जिला प्रशासन दावा कर रहा था कि इस बार सभी कक्षों में सीसीटीवी कैमरे के साथ वायस रिकार्डर भी लगाए गए हैं। नकल कराना किसी भी कीमत पर संभव नहीं है। लेकिन ऐन वक्त पर सभी फेल हो गए। मजे की बात तो यह है कि अभी तक जिला विद्यालय निरीक्षक या इनसे संबंधित अधिकारियों द्वारा ना के बराबर नकलची को पकड़ा गया है। पिछले दो-तीन दिनों की परीक्षा पर ध्यान दें तो डायट प्राचार्य राकेश ¨सह द्वारा ही मुन्ना भाइयों को पकड़ा गया है। डीआइओएस व प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़ा होना लाजिमी है। आखिर क्या कारण है कि नकलची, मुन्नाभाइ और साल्वर गैंग को पकड़ने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स को आना पड़ा। क्या इनको इन सब की जानकारी नहीं थी? अगर नहीं थी तो फिर इतने बड़े-बड़े दावे किस आधार पर कर रहे थे? एक सवाल यह भी है कि अगर एसटीएफ नहीं आती तो यह गैंग अपने मंसूबों में कामयाब भी हो जाते। अब तक डायट प्राचार्य ने अब तक पांच फर्जी परीक्षार्थियों सहित एक नकलची को पकड़ा है। वहीं डीआईओएस द्वारा मात्र दो पकड़े गए हैं। वहीं एसटीएफ साल्वर गैंग के 14 लोगों को 34 लिखी व 108 सादी कापियों के साथ पकड़ा है। जबकि आरोपित शिक्षक व प्रधानाचार्य अभी भी फरार चल रहे हैं।