परिषदीय विद्यालयों के 427 भवन जर्जर
जागरण संवाददाता गाजीपुर बेसिक शिक्षा विभाग जर्जर पड़े अपने 427 परिषदीय विद्यालयों के भवनों को ध्वस् तकराना चाहता है।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : बेसिक शिक्षा विभाग जर्जर पड़े अपने 427 परिषदीय विद्यालयों के भवनों को ध्वस्त कराना चाहता है। बेसिक शिक्षाधिकारी की रिपोर्ट पर रिपोर्ट पर डीएम ने इसकी जांच करने के लिए कमेटी गठित कर दी है। कमेटी में तीन विभागों आरइएस, पीडब्ल्यूडी व लघु सिचाई विभाग को शामिल किया गया है लेकिन अभी तक कमेटी ने अपनी रिपोर्ट नहीं दी है। इसके इतर जिले में जिले में सैकड़ों जर्जर भवन पड़े हैं।
मुरादनगर की घटना के बाद जर्जर भवनों को चिह्नित करने का निर्देश मिलते ही सभी विभाग इसमें जुट गए हैं। हालांकि बेसिक शिक्षा विभाग पहले ही ऐसे भवनों को चिह्नित कर चुका है। सभी खंड शिक्षाधिकारियों ने अपने क्षेत्र के जर्जर स्कूल भवन की सूची तैयार की है। हालांकि इनकी जगह दूसरे नए भवन बनवा लिए हैं और पठन-पाठन का कार्य उसी में संचालित हो रहा है। फिर भी कुछ ऐसे स्कूल हैं जहां बच्चे पुराने भवन में ही पढ़ने को मजबूर हैं। ऐसे में उनकी जान को खतरा बना हुआ है। बीएसए की रिपोर्ट पर डीएम ने तीन विभागों आरइएस, लघु सिचाई विभाग व पीडब्ल्यूडी की एक कमेटी गठित की और निर्देश दिया कि बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा चिह्नित किए गए सभी विद्यालय भवनों का आकलन किया जाए कि वह किस स्थिति में हैं। इसके बाद आगे कदम उठाया जाएगा। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी श्रवण कुमार ने बताया कि इस कमेटी को गठित हुए तीन महीने हो गए लेकिन अभी तक सभी विद्यालयों का आंकलन रिपोर्ट तैयार नहीं हो पाया है।
डीएम ने एक सप्ताह में सभी विभागों से मांगी रिपोर्ट - शासन का आदेश मिलने के बाद डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने सभी विभागों से उनके जर्जर भवनों की रिपोर्ट मांगी है। निर्देश दिया है कि ऐसे भवनों का उपयोग होता है या नहीं, अगर होता है तो उससे क्या-क्या खतरे हैं कि रिपोर्ट तैयार की जाए। इसके अलावा सभी भवनों में अग्नि सुरक्षा की व्यवस्था भी होनी चाहिए। इन सबकी रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर सीडीओ कार्यालय में उपलब्ध करा देना है।