वैक्सीन की प्रतीक्षा कर रहे 26 लाख बच्चे
जनपद के लगभग 26 लाख बच्चे कोरोनारोधी टीका लगने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। ये वो बच्चे हैं जो देश के भविष्य हैं।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : जनपद के लगभग 26 लाख बच्चे कोरोनारोधी टीका लगने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। ये वो बच्चे हैं, जो देश के भविष्य हैं। उनके कंधे पर देश व समाज को आगे ले जाने की जिम्मेदारी है, लेकिन दुर्भाग्य से अभी भी वैश्विक महामारी कोविड-19 से लड़ने के लिए अभी तक उसका एंटी डोज नहीं ले पाए हैं। हालांकि स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य विभाग उनके टीकाकरण के लिए तैयार है, उन्हें केवल वैक्सीन की प्रतीक्षा है।
जनगणना-2011 के अनुसार जनपद की आबादी 36 लाख थी। सरकार अब जनपद की आबादी लगभग 42 लाख मान रही है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि इसमें से 55 फीसद आबादी की उम्र शून्य से 18 वर्ष तक है। इनकी संख्या लगभग 26 लाख आती है। मतलब साफ है कि आधी आबादी से अधिक केवल बच्चे हैं, जो अभी भी कोरोनारोधी टीका से दूर हैं। 18 वर्ष से अधिक उम्र की शेष 45 फीसद आबादी में से 16 लाख 20 हजार लोगों को पहली डोज लग चुकी है। वहीं चार लाख सात हजार लोगों ने दूसरी डोज भी लगवा लिए हैं। दोनों मिलाकर अब 20 लाख 34 हजार डोज लगाए जा चुके हैं।
बच्चों को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
: बच्चों को कोरोना से बचाने की तैयारियां काफी पहले से चल रही हैं। स्वास्थ्य विभाग इसे लेकर अलर्ट है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि विशेषज्ञ के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक होगी। इसी को देखते हुए विभाग ने सभी प्रकार की तैयारियां पहले से ही पूरी होने का दावा किया है। कहा कि अब सिर्फ तारीख का इंतजार है। जैसी ही तिथि निर्धारित की जाती है वैसे ही टीकाकरण का कार्य शुरू करा दिया जाएगा। : वयस्कों का कोरोना टीकाकरण तेजी से चल रहा है लेकिन अभी तक बच्चों को नहीं लग सका है। हालांकि बच्चों की आबादी 55 फीसद है। उनके लिए अलग से टीका बनाया गया है। शासन से वैक्सीन उपलब्ध होते ही बच्चों का भी टीकाकरण शुरू हो जाएगा।
- डा. उमेश कुमार, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी।