हत्या कर लूट लिए थे 15 लाख का आभूषण
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : नगर के मारकीनगंज निवासी सराफा व्यापारी सुशील वर्मा की गुरुवार
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : नगर के मारकीनगंज निवासी सराफा व्यापारी सुशील वर्मा की गुरुवार की रात गोली मारकर हत्या लूट की नीयत से की गई थी। हत्यारे गोली मारने के बाद करीब 15 लाख के आभूषण भरा बैग भी लूट लिए थे। वारदात के बाद वह सिटी रेलवे स्टेशन की ओर से भाग निकले थे। पुलिस पूरी रात में घटनास्थल के पास व दो अन्य स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो इसका पता लगा। इस मामले में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर शराब की दुकान के सेल्समैन समेत तीन लोग को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उधर, घरवालों के मुताबिक लूटे गए बैग में करीब 10 से 15 लाख रुपये तक के आभूषण रहे होंगे।
सीसीटीवी फुटेज में जो सामने आया है इससे यह साफ होता है कि बदमाश कई दिनों तक रेकी करने के बाद घटना को अंजाम दिए हैं। रात के पहर सराफा व्यापारी सुशील दुकान बंद कर बाइक से घर लौट रहे हैं तो उनके पीछे दो बाइकों पर सवार तीन बदमाश पीछा करते दिख रहे हैं। टैक्सी स्टैंड स्थित शराब की दुकान के पास सुशील रुक रहे हैं तो एक बदमाश भी पीछे से आया और कुछ ही देर बाद भगदड़ मच जा रही है। लोग इधर-उधर भागते दिख रहे हैं और पीछा कर रहे बदमाश घटना के बाद सिटी रेलवे स्टेशन की ओर भाग जा रहे हैं। वैसे पुलिस तीन सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेकर मामले की जांच कर रही है। व्यापारी रात में घेरे कोतवाली
सराफा व्यापारी सुशील वर्मा की हत्या की जानकारी होते ही रात में बड़ी संख्या में व्यापारी कोतवाली में धमक गए। वे हंगामा शुरू किए तो पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। मामले की जानकारी होते ही एसपी यशवीर ¨सह, एसपी सिटी प्रदीप दुबे, सीओ महिपाल पाठक फोर्स के साथ पहुंचे। एसपी व्यापारियों से बात करने के बाद सुशील वर्मा के भाई से घंटों पूछताछ किए और आश्वासन दिया कि हत्या कर लूट की घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। ---
फोरेंसिक टीम ने की जांच
सराफा व्यापारी की हत्या के बाद एसपी सिटी प्रदीप दुबे रात करीब 11.45 बजे फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पहुंचे। यहां टीम के सदस्य गहनता से जांच किए। शराब की दुकान के सामने बिखरे पड़े शराब की बोतल व खोखा कब्जे में लेकर टीम के सदस्य लौट गए। इसके अलावा एसपी सिटी ने आसपास के लोगों से पूछताछ भी की। हालांकि सभी ने घटना के दौरान मौके पर न होने की बात कही। ---
सीसीटीवी कैमरा का मुंह दूसरी ओर होने से पुलिस की बढ़ी परेशानी
जिस स्थान पर सराफा व्यापारी की हत्या हुई, उसके ठीक सामने स्टील की दुकान है। यहां लगे सीसीटीवी कैमरे को देखकर पुलिस को उम्मीद जगी की बदमाश इसमे कैद हो गए होंगे, मगर जैसे ही कैमरा पर निगाह पड़ी तो पता चला कि उसका मुंह ओवरब्रिज की ओर है। ऐसे में पुलिस की मुसीबत बढ़ गई। हालांकि रात में ही स्टील के दुकानदार को बुलाकर पुलिस सीसीटीवी कैमरे को खंगाली तो कुछ साक्ष्य मिले। इसके बाद घटनास्थल से कुछ दूरी स्थित एक बाइक एजेंसी व एक अन्य स्थान की सीसीटीवी फुटेज खंगालाकर पुलिस कब्जे में ले ली।
--- पुलिस की हर गतिविधि से वाकिफ थे बदमाश
सराफा व्यापारी को गोली मारने आए बदमाश पूरे प्लान के तहत आए थे। वह पुलिस की गतिविधियों के साथ ही हर रास्ते से भी वाकिफ थे। उन्हें पता था कि मोहर्रम का त्योहार होने के चलते ओवरब्रिज, विशेश्वरगंज आदि रास्तों पर पुलिस बल तैनात हैं। ऐसे में वे सिटी रेलवे स्टेशन रोड को चुने और गोली मारने के बाद पुन: उसी रास्ते से भाग निकले। ---
चंद कदम पर थे पुलिसकर्मी फिर भी नहीं सुनाई दी गोली की आवाज
घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित भाजपा कार्यालय के पास मोहर्रम को देखते हुए पुलिसकर्मियों को तैनात किए गए थे। बदमाश गोली मारे तो उन्हें आवाज ही नहीं सुनाई दी। जब लोग इधर-उधर भागने तो पुलिसकर्मी दौड़कर आए तो देखा कि एक युवक मृत पड़ा है। इसके बाद क्या था। पुलिस के वायरलेस घनघनाने लगे। कुछ ही देर बाद कोतवाल के अलावा अन्य अधिकारी भी पहुंच आए।