सवा महीने में 1.27 फीसद धान की खरीद
जागरण संवाददाता गाजीपुर शासन-प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी जिले में धान खरीद गति नह
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : शासन-प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी जिले में धान खरीद गति नहीं पकड़ पा रही है। क्रय केंद्र खुले सवा महीने बीत गए लेकिन लक्ष्य के सापेक्ष अभी तक केवल 1.27 फीसद ही धान की खरीद हो सकी है। किसान अभी अपने धान की कटाई व पिटाई में लगे हुए हैं। इधर धान खरीदने वाली एजेंसियां क्रय केंद्र खोल कर किसानों के आने की प्रतीक्षा कर रही हैं।
पिछले वर्ष जिले को 1.54 लाख टन धान खरीदने का लक्ष्य मिला था लेकिन इसके सापेक्ष 2.15 लाख टन धान की खरीद हुई। इसको देखते हुए शासन ने जिले में इस बार दो लाख टन धान खरीदने का लक्ष्य दिया है। पिछली बार 93 क्रय केंद्र बनाए गए थे, जबकि इस बार 136 क्रय केंद्र खोले गए हैं। धान का समर्थन मूल्य 1867 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि खुले बाजार में 13 से 14 सौ रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी रतन कुमार शुक्ला ने बताया कि इस बार सरकारी क्रय केद्रों पर अपना धान बेचने के लिए भीड़ लगने की उम्मीद है, लेकिन अभी किसान अपनी फसल सहेजने में लगे हुए हैं। केंद्र पर मिले बिचौलिए तो कार्रवाई
: डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने शनिवार को राइफल क्लब में सभी क्रय संस्थाओं के जिला प्रबंधक व जनपद प्रभारी, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी, धान क्रय केंद्र प्रभारी के साथ बैठक कर धान खरीद की समीक्षा की। उन्होंने केंद्रों पर खरीद कम होने पर गहरा रोष व्यक्त किया। निर्देश दिया कि सभी क्रय केंद्र समय से खुलें तथा केंद्रों पर नियत समय सुबह 9 बजे से सायं 5 बजे तक केंद्र प्रभारी उपस्थित रहें। केंद्रों पर पारदर्शिता के साथ नियमित धान खरीद करते हुए केंद्र को आवंटित लक्ष्य की प्राप्ति कराना सुनिश्चित करें। किसी भी केंद्र पर बिचौलिये व दलाल सक्रिय न होने पायें अन्यथा की स्थिति में केंद्र प्रभारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। यदि महिला के नाम पर पंजीकरण है तथा महिला स्वयं धान बेचने केंद्र पर आती है तो बिना नंबर के ही उसको वरीयता के आधार पर उनका धान क्रय किया जाए।