पीएनजी की आपूर्ति बाधित, 300 से अधिक फैक्ट्रियों पर संकट
हसीन शाह साहिबाबाद प्रदूषण को नियंत्रण करने लिए पीएनजी का इस्तेमाल कर रहीं 300 से अि
हसीन शाह, साहिबाबाद : प्रदूषण को नियंत्रण करने लिए पीएनजी का इस्तेमाल कर रहीं 300 से अधिक फैक्ट्रियों पर काम ठप होने का संकट मंडराने लगा है। पीएनजी की आपूर्ति बाधित होने पर उद्यमियों को एक दिन में करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ता है। यह नुकसान हजारों कामगारों के रोजगार पर भारी पड़ रहा है, जबकि उद्यमियों के लिए पीएनजी कोयले से ज्यादा महंगा पड़ता है।
साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट चार 1400 एकड़ भूमि पर फैला है। यहां पर 1700 से अधिक फैक्ट्रियां चल रही हैं। दो लाख ज्यादा लोगों को रोजगार मिल रहा है। यूपीसीडा ने साइट फोर को विकसित कर नगर निगम को हैंडओवर कर दिया था। साल 2009 तक यूपीसीडा ने साइट चार के उद्यमियों से मेंटेनेंस शुल्क लेना भी बंद कर दिया था। पूर्व में ज्यादातर फैक्ट्रियां कोयले में संचालित हो रहीं थीं। इससे प्रदूषण फैलता था। सरकार उद्यमियों को पीएनजी की तरफ आकर्षित कर रही है। लिहाजा ज्यादातर उद्यमियों ने प्रदूषण को रोकने में प्रशासन का सहयोग करने के लिए पीएनसी का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। वहीं कोयला से संचालित 200 से अधिक फैक्ट्रियों में ग्रेप की वजह अभी काम बंद है। आए दिन पीएनजी की आपूर्ति बाधित होने पर फैक्ट्रियों में काम रुक जाता है। इससे सैकड़ों कामगार बेरोजगार हो गए हैं। इस संबंध में साहिबाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारी कई बार डीएम से शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है।
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निगम द्वारा साइट चार से वसूला गया टैक्स
वर्ष टैक्स वसूली
2014-15 6.84 करोड़
2015-16 7.37 करोड़
2016-17 8.88 करोड़
2017-18 9.10 करोड़
2018-19 9.58 करोड़
19-2020 (अक्टूबर तक ) 6.90 करोड़
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पीएनजी आपूर्ति बाधित होने पर एक दिन में करोड़ों रुपये का नुकसान होता है। शिकायत के बाद भी समस्या का हल नहीं हो रहा है। इससे फैक्ट्रियां बंद हो जाएंगी।
- दिनेश मित्तल, उद्यमी
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पहले तो प्रदूषण को रोकने के लिए पीएनजी के लिए कहा गया। अब पीएनजी की ठीक से आपूर्ति नहीं हो रही है। इससे हमारा बहुत नुकसान हो रहा है।
- एसपी चौहान, उद्यमी
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इस संबंध में लिखित में सूचना प्राप्त नहीं हुई है। लिखित में सूचना मिलने पर हम पीएनजी के उच्चाधिकारियों से बात करेंगे। उद्यमियों की परेशानी को हल किया जाएगा।
- बीरेंद्र कुमार, संयुक्त आयुक्त, उद्योग