बाडी बिल्डिग चैंपियनशिप में विपनेश को तीन स्वर्ण
वर्ल्ड बाडी बिल्डिग फेडरेशन द्वारा लिथूआनिया के खानूस में आयोजित इंटरनेशनल बाडी बिल्डिग चैंपियनशिप में भारत की ओर से 70 किग्रा भार वर्ग में दुहाई के विपनेश चौधरी ने प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने तीन मेच्योर अमेच्योर व फिजिक तीनों वर्गाें में गोल्ड मेडल हासिल कर गाजियाबाद व देश का नाम उंचा किया।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : वर्ल्ड बाडी बिल्डिग फेडरेशन की ओर से लिथुआनिया में आयोजित इंटरनेशनल बॉडी बिल्डिग चैंपियनशिप में भारत की ओर से 70 किग्रा भार वर्ग में दुहाई के विपनेश चौधरी ने प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने तीन मेच्योर, अमेच्योर व फिजिक तीनों वर्गाें में गोल्ड मेडल हासिल किया।
जिले के गांव दुहाई निवासी विपनेश चौधरी फरवरी माह से जिसकी तैयारी में लगे थे, उसका फल उन्हें शनिवार की रात लिथुआनिया में आयोजित इंटरनेशनल बॉडी बिल्डिग चैंपियनशिप की अलग-अलग वर्ग में तीन गोल्ड जीतकर पा लिया।
लिथुआनिया में आयोजित 30वीं वर्ल्ड बाडी बिल्डिग फेडरेशन (डब्लूबीबीएफ) की ओर से आयोजित इंटरनेशनल बॉडी बिल्डिग चैंपियनशिप में उन्होंने मेच्योर, अमेच्योर व मैन फिजिक के 70 किग्रा. भार वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इसमें दुनियाभर के करीब 32 देश के खिलाड़ियों ने भाग लिया। चैंपियनशिप के तीनों वर्ग में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए विपनेश चौधरी ने विदेशी बॉडी बिल्डरों को पछाड़ते हुए तीनों वर्ग में गोल्ड मेडल हासिल किया। मेच्योर के फाइनल मुकाबले में विपनेश ने इंग्लैंड के बॉडी बिल्डर को हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया, तीसरा स्थान रूस के प्रतियोगी को मिला। वहीं, अमेच्योर में स्पेन के बॉडी बिल्डर को हराते हुए गोल्ड मेडल जीता। वहीं, तीसरे नंबर पर इस वर्ग में रसिया रहा। मैन फिजिक वर्ग के फाइनल में उन्होंने थाइलैंड को हराया, जबकि तीसरे नंबर पर ईरान का बॉडी बिल्डर रहा। विपनेश ने दैनिक जागरण से फोन पर हुई बातचीत में बताया कि वह फरवरी से इस चैंपियनशिप की तैयारी में जुटे थे। वह पदक लेकर 20 नवंबर को भारत लौटेंगे।
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एक दिन पहले अस्पताल में रहे भर्ती
लिथुआनिया में आयोजित बॉडी बिल्डिग चैंपियनशिप में विपनेश चौधरी 13 नवंबर को भारत से लिथुआनिया पहुंचे। यहां चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने के लिए एक इंजेक्शन लिया। इसमें इंफेक्शन के लिए उन्हें वहां अस्पताल में भर्ती किया गया। चार दिन के लिए चिकित्सकों ने अस्पताल में एडमिट रहने की सलाह दी, लेकिन चैंपियनशिप में उन्होंने एक दिन बाद ही अस्पताल से छुट्टी लेकर प्रतिभाग किया और बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए तीन स्वर्ण पदक जीते।