सतर्कता डोज ली, राजपथ पर साहस का परिचय देंगे सीआइएसएफ जवान
धनंजय वर्मा साहिबाबाद दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड से पहले केंद्रीय औद्योगिक सुर
धनंजय वर्मा, साहिबाबाद :
दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड से पहले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के जवानों ने को संक्रमण से बचाने के लिए कोरोनारोधी टीके की सतर्कता डोज लगवा दी गई है। कोरोना संकट के चलते इस बार परेड में सीआइएसएफ जवानों की संख्या कम रहेगी। बावजूद इसके शौर्य धुन पर सीआइएसएफ जवान अदम्य साहस का परिचय देते हुए कदमताल करेंगे। परेड में छह बार मिला पहला पुरस्कार:
सीआइएसएफ जवानों को गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर परेड में वर्ष 2007, 2008, 2013, 2015, 2017 और 2020 में सर्वश्रेष्ठ कदमताल व प्रदर्शनी के लिए पहला पुरस्कार मिल चुका है। कोरोना संकट के चलते 2021 की परेड में सीआइएसएफ को भागीदारी नहीं मिली थी। इस बार फिर सीआइएसएफ के 99 जवान राजपथ पर परेड करेंगे। सीआइएसएफ का बैंड भी परेड में शामिल होगा, जिसमें 77 जवान हैं। ये जवान शौर्य धुन से लोगों को गौरवान्वित महसूस कराएंगे। इस बार भी परेड में पहला स्थान पाने के लिए जवान अदम्य साहस का परिचय देते हुए परेड में हिस्सा लेंगे। सीआइएसएफ के जवान 15 दिन पहले से ही राजपथ पर एसएसबी, सीआरपीएफ, बीएसएफ के जवानों के साथ परेड का अभ्यास कर चुके हैं। बीटिग रीट्रीट में प्रस्तुति देगा सीआइएसएफ बैंड:
गणतंत्र दिवस के बाद 29 जनवरी को राजपथ पर राष्ट्रपति भवन के सामने बीटिग रीट्रीट समारोह का आयोजन किया जाता है। इस समारोह में भी सीआइएसएफ का बैंड शामिल होगा। सीआएसएफ के जवान बैंड पर विभिन्न ध्वनि से सभी को गौरवान्वित महसूस कराएंगे। कोरोना संकट के चलते इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में सिर्फ 99 जवान शामिल हो रहे हैं। साथ में सीआइएसएफ का बैंड भी रहेगा। परेड से पहले सभी जवानों को कोरोनारोधी टीके की सतर्कता डोज लगवा दी गई है। परेड में सीआइएसएफ छह बार पहला स्थान प्राप्त कर चुकी है। इस बार भी पहला स्थान पाने की पूरी तैयारी की गई है। - दया शंकर, सीनियर कमांडेंट, सीआइएसएफ पांचवीं आरक्षित बटालियन, इंदिरापुरम