ट्रेन में चोरी के बाद दो थानों के सीमा विवाद में पिस रहा पीड़ित
ट्रेन में चोरी होने के बाद युवक कार्रवाई कराने की आस में नई दिल्ली और गाजियाबाद जीआरपी थाने की सीमा विवाद में पिस रहा है। शून्य एफआईआर कर दिल्ली जीआरपी ने मुकदमा गाजियाबाद जीआरपी को ट्रांसफर कर दिया। शनिवार को गाजियाबाद जीआरपी ने घटनास्थल नई दिल्ली बताते हुए मुकदमे को वापस भेज दिया। ढाई माह पहले ट्रेन में युवक को एक अज्ञात ने कोल्ड ड्रिक में नशीला पदार्थ पिलाकर 36 हजार रुपये कैश मोबाइल चोरी कर लिया था। साथ ही पीड़ित के डेबिट कार्ड से 30 हजार रुपये निकाल लिए थे।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : ट्रेन में चोरी होने के बाद युवक कार्रवाई कराने की आस में नई दिल्ली और गाजियाबाद जीआरपी थाने की सीमा विवाद में पिस रहा है। शून्य एफआइआर कर दिल्ली जीआरपी ने मुकदमा गाजियाबाद जीआरपी को ट्रांसफर कर दिया। शनिवार को गाजियाबाद जीआरपी ने घटनास्थल नई दिल्ली बताते हुए मुकदमे को वापस भेज दिया। ढाई माह पहले ट्रेन में युवक को एक अज्ञात ने कोल्ड ड्रिक में नशीला पदार्थ पिलाकर 36 हजार रुपये कैश, मोबाइल चोरी कर लिया था। साथ ही पीड़ित के डेबिट कार्ड से 30 हजार रुपये निकाल लिए थे।
मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी राकेश तिवारी करोल बाग दिल्ली में परिवार के साथ रहते हैं। वह एक निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। ढाई माह पहले राकेश अपनी चचेरी बहन की शादी में शामिल होने के लिए दिल्ली से मुजफ्फरपुर जा रहे थे। वह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में बैठ गए। इस दौरान पास में बैठे एक यात्री ने राकेश को कोल्ड ड्रिक पीने के लिए दी। कोल्ड ड्रिक पीते ही वह बेहोश हो गए। करीब 18 घंटे बाद उन्हें होश आया तो वह मुजफ्फरपुर से आगे समस्तीपुर में थे। उनकी जेब में पर्स व मोबाइल नहीं था। पर्स में 36 हजार रुपये, डेबिट कार्ड, पैन कार्ड, आदि दस्तावेज रखे हुए थे। आरोपित ने डेबिट कार्ड से उनके खाते से 30 हजार रुपये भी निकाल लिए। पीड़ित ने नई दिल्ली जीआरपी थाने में तहरीर दी। पहले तो पुलिस ने केस दर्ज करने से इन्कार कर दिया, लेकिन जब पीड़ित ने आला अफसरों से शिकायत की तो पुलिस ने शून्य एफआइआर दर्ज कर मुकदमे को गाजियाबाद ट्रांसफर कर दिया। गाजियाबाद जीआरपी ने शनिवार को पीड़ित को थाने बुलाया और उससे दूसरी तहरीर लिखवाई, जिसमें घटनास्थल नई दिल्ली दर्शाया गया।
जीआरपी थाना प्रभारी अशोक कुमार सिसौदिया ने बताया कि घटनास्थल नई दिल्ली का है। मुकदमे को नई दिल्ली जीआरपी को भेज दिया गया है। उधर, पीड़ित राकेश का कहना है कि पुलिस कार्रवाई करने की बजाय थानों के चक्कर लगवा रही है। चोरी के बाद वह स्कूल में अपने बच्चों की फीस जमा नहीं कर पाया। जिस कारण स्कूल से उसके बच्चों का नाम काट दिया गया है।