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मूलभूत सुविधाओं का अभाव, वादे पूरा करने वाले को देंगे वोट

संवाद सहयोगी लोनी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव आते ही हर प्रत्याशी मतदाताओं से लुभावने वादे कर रहे हैं। कोई निश्शुल्क बिजली-पानी का दावा कर रहा है तो कोई अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजकर खुशहाल जीवन का वादा कर रहा है। हालांकि निश्शुल्क बिजली मिलेगी कैसे इसका रोडमैप किसी के पास नहीं है। अब तक अपराध से मुक्ति क्यों नहीं मिली इससे भी सभी निरुत्तर हैं। इंद्रापुरी कालोनी के शहीद भगत सिंह पार्क के सामने बैठे लोगों में भी कुछ ऐसी ही चर्चा छिड़ी थी। मौके से दैनिक जागरण के संवाददाता हरदीप श्रीवास्तव की रिपोर्ट..

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 09:10 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 09:10 PM (IST)
मूलभूत सुविधाओं का अभाव, वादे पूरा करने वाले को देंगे वोट
मूलभूत सुविधाओं का अभाव, वादे पूरा करने वाले को देंगे वोट

संवाद सहयोगी, लोनी : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव आते ही हर प्रत्याशी मतदाताओं से लुभावने वादे कर रहे हैं। कोई निश्शुल्क बिजली-पानी का दावा कर रहा है, तो कोई अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजकर खुशहाल जीवन का वादा कर रहा है। हालांकि निश्शुल्क बिजली मिलेगी कैसे, इसका रोडमैप किसी के पास नहीं है। अब तक अपराध से मुक्ति क्यों नहीं मिली, इससे भी सभी निरुत्तर हैं। इंद्रापुरी कालोनी के शहीद भगत सिंह पार्क के सामने बैठे लोगों में भी कुछ ऐसी ही चर्चा छिड़ी थी। मौके से दैनिक जागरण के संवाददाता हरदीप श्रीवास्तव की रिपोर्ट..

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दोपहर करीब एक बजे का समय। लोग हल्की धूप में मूंगफली खा रहे हैं। इस दौरान बीएस वर्मा ने कहा कि दिल्ली-सहारनपुर मार्ग स्थित इंद्रापुरी कालोनी जीडीए एप्रूव्ड कालोनी है। शहर में बड़ी संख्या में प्रवासी निवास करते है। दिल्ली में नौकरी और सटा होने के चलते लोगों ने अपने आशियाने बनाए थे, लेकिन आज तक जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं हो सकी हैं। बारिश की चंद बूंद पड़ते ही शहर के मुख्य मार्ग और कालोनियों में रहने वाले लोगों को जलभराव से जूझना पड़ता है। यशवीर सिंह ने कहा कि क्षेत्र में शिक्षा संस्थानों का अभाव है। बच्चों को पढ़ने के लिए दिल्ली अथवा गाजियाबाद जाना पड़ता है। जनप्रतिनिधियों से क्षेत्र में डिग्री कालेज और केंद्रीय विद्यालय बनवाने की मांग की गई, लेकिन पूरी नहीं हो सकी है।

राजसिंह मलिक ने कहा कि क्षेत्र में स्वास्थ्य के नाम पर महज एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है। यहां भी अनुभवी चिकित्सकों व उपकरणों के अभाव हैं। इससे आपातकालीन परिस्थिति में लोगों को दिल्ली के अस्पताल जाना पड़ता है। हालांकि लोगों की मांग पर प्रदेश सरकार ने क्षेत्र में 50 बेड का अस्पताल बनवाया है, लेकिन ये अभी शुरू नहीं है। तेजपाल सिंह ने बताया कि शहर स्थित दिल्ली-सहारनपुर मार्ग और लोनी तिराहा पर लगने वाले जाम से लोगों को कुछ दूरी का सफर तय करने में भी घंटे लग जाते है। लोगों का कहना है कि मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति करने वाले प्रत्याशी को ही वोट देंगे।


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