तीसरी लहर से पहले ढाई हजार बच्चे रेड जोन में आए
जागरण संवाददाता गाजियाबाद कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर सरकारी मशीनरी पह
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर सरकारी मशीनरी पहले से ही ठोस इंतजाम करने में जुटी हुई है लेकिन घर-घर जाकर हाल ही में शून्य से 14 वर्ष के करीब तीन लाख बच्चों के कराए गए सर्वे में 2,996 बच्चे रेड जोन में पाए गए हैं। इनमें से स्वास्थ्य विभाग की मदद से 233 बच्चों की सेहत में सुधार हो गया है। 2,763 बच्चे अभी भी रेड जोन में हैं। सर्वे एवं सुधार के बाद 2,450 बच्चे कुपोषित और 313 बच्चे अतिकुपोषित रह गए हैं। सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि रेड जोन में आए बच्चों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर भेजकर सेहतमंद करने की योजना है। बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बढा़ने के लिए निश्शुल्क खुराक का इंतजाम किया जाएगा। बच्चों के साथ उनके पूरे परिवार की निगरानी बढ़ा दी गई।
----
पांच हजार से अधिक बच्चे हुए संक्रमित मार्च 2020 से लेकर 18 जून के बीच जिले में शून्य से लेकर 17 वर्ष की उम्र के 5,473 बच्चे संक्रमित हुए थे। इनमें से तीन बच्चों की मौत भी हुई है। इसी को ध्यान में रखकर शून्य से 17 वर्ष तक के 17 लाख बच्चों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए पहले से इंतजाम किए जा रहे हैं। दो अस्पतालों में 70 बेड के पीकू वार्ड बना दिए गए हैं। सात हजार बच्चों को कोविड के लक्षण आने पर दी जाने वाली दवाओं की किट बांटी जा रही है।
--------
सर्वे की रिपोर्ट
विकास खंड कुपोषित अतिकुपोषित
रजापुर 1,031 140
भोजपुर 98 12
शहर 627 81
मुरादनगर 592 51
लोनी 334 30
------
सेहत को लेकर आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा घर-घर जाकर किए गए सर्वे में सबसे अधिक रजापुर एवं शहरी क्षेत्र में बच्चे कमजोर पाए गए हैं। अधिकांश बच्चों का वजन कम पाया गया है। खून की कमी पाई गई। बच्चे बीमार भी मिले हैं। 304 किशोरी एनीमिया से ग्रसित पाई गई हैं। बच्चों की सूची सीएमओ को भेज दी गई है।
- रजनीश कुमार पांडेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी