तीन मंजिला भवन में लगी आग, तीन परिवार फंसा
जागरण संवाददाता इंदिरापुरम एचआइजी अभय खंड-एक स्थित एक तीन मंजिला भवन में सोमवार देर रात
जागरण संवाददाता, इंदिरापुरम: एचआइजी अभय खंड-एक स्थित एक तीन मंजिला भवन में सोमवार देर रात भीषण आग लग गई। उसमें तीन परिवार के 12 सदस्य फंस गए। बुजुर्ग भवन मालिक की सूझबूझ से फंसे लोग बाहर निकले। सूचना पर पहुंचे अग्निशमनकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन करीब 20 लाख रुपये के सामान जलकर राख हो गया है।
एचआइजी अभय खंड-एक में एमएस रावत का तीन मंजिला भवन है। भूतल पर वह पत्नी, बेटे, बहू व नाती के साथ रहते हैं। प्रथम तल पर राहुल पांडेय, भाभी व उनके दो बच्चों के साथ रहते हैं। द्वितीय तल पर नितिन पत्नी व बेटी के साथ रहते हैं। उनका बेटा सोमवार रात करीब 11:30 बजे एक कंपनी में इंटरव्यू देकर लौटा। इस दौरान एमएस रावत की भी नींद खुल गई। वह बाहर निकले, तो किसी चीज के जलने की बदबू आई। उन्होंने देखा, तो उनके भवन के पहले तल पर आग लगी थी। उन्होंने शोर मचाया और अग्निशमन विभाग को सूचना दी। मौके पर दो गाड़ियों के साथ अग्निशमनकर्मी पहुंचे, मगर गली संकरी होने के कारण बड़ी गाड़ी अंदर नहीं पहुंच पाई। छोटी गाड़ी से पाइप जोड़कर अग्निशमनकर्मियों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया। करीब एक घंटे में आग काबू में आई, लेकिन तब तक आग द्वितीय तल तक पहुंच चुकी थी। आग से प्रथम और द्वितीय तल के दो-दो कमरों और किचन में रखा सामान जलकर राख हो गया था। मुख्य अग्निशमन अधिकारी एसके सिंह ने बताया कि कोई जनहानि नहीं हुई है। आग के सही कारणों का पता नहीं चला है। प्रथम दृष्टया लग रहा है कि शार्ट सर्किट से आग लगी थी।
बुजुर्ग की सूझबूझ से बची जान: भवन में जब आग लगी, तो सभी तल पर रहने वाले तीनों परिवारों के 12 सदस्य मौजूद थे। आग में सभी फंस गए थे। इस दौरान 76 वर्षीय एमएस रावत ने सूझबूझ दिखाई। अपने स्वजन को बाहर निकाला। पीएनजी की लाइन बंद की और किसी तरह से ऊपर पहुंचकर राहुल और नितिन के परिवार को जगाकर सुरक्षित बाहर निकलवाया। आग को बढ़ने से रोकने के लिए छत पर रखी टंकी से पानी डालना शुरू किया। अगर वह लोगों को बाहर नहीं निकलवाते और पीएनजी लाइन न बंद करते, तो बड़ा हादसा हो जाता।
बंद माल में लगी आग: वैशाली स्थित एक बंद माल में मंगलवार सुबह करीब 11 बजे आग लग गई। सूचना पर पहुंचे अग्निशमनकर्मियों ने आग पर काबू पाया। सुनील सिंह ने बताया कि प्रथम तल पर रखे कबाड़ में आग लगी थी।