खत्म हुआ इंतजार, कोरोना पर आज से होगा वैक्सीन का वार
जागरण संवाददाता गाजियाबाद कोरोना के खौफ में दस महीने गुजारने के बाद शहर वासियों के इ
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: कोरोना के खौफ में दस महीने गुजारने के बाद शहर वासियों के इंतजार की घड़ियां खत्म हो गई हैं। शनिवार से जिले में कोरोना पर वैक्सीन का वार शुरू होगा। चार केंद्रों पर टीकाकरण के लिए वैक्सीन भेज दी गई है। पहले दिन चार सौ स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जाएगा।
पहले चरण में 21 हजार स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण
पहले चरण में 21 हजार स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाने के इंतजाम किए गए हैं। चयनित सात टीकाकरण केंद्रों में से चार केंद्रों पर टीके लगाए जाएंगे। इनमें जिला महिला अस्पताल, संतोष मेडिकल कालेज प्रताप विहार, कौशांबी स्थित यशोदा अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डासना शामिल हैं। जिला स्तरीय ई-वैक्सीन स्टोर से शुक्रवार को इन चारों केंद्रों पर कोल्ड चेन बरकरार रखते हुए वैक्सीन भेज दी गई है। केंद्रों पर प्रशिक्षित स्टाफ की ड्यूटी लगाने के साथ ही पुलिस फोर्स भी तैनात कर दी गई है। जिला महिला अस्पताल में बनाए गए केंद्र पर सीएमओ समेत कई अफसर भी टीका लगवाएंगे। जिले में 27,410 खुराक आई हैं।
पहला केस पांच मार्च को सामने आया था
पांच मार्च को जिले में कोरोना का पहला केस मिला था। अब तक जिले में कुल 26,442 लोग संक्रमित हुए हैं। 26,022 स्वस्थ हो गए हैं। 6,90,229 लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है। अब तक मरने वाले संक्रमितों की संख्या 102 है।
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दस महीने में कोरोना का विवरण
पहला केस- पांच मार्च को मिला
कुल जांच 6,90,229
नेगेटिव रिपोर्ट- 6,62,817
कुल संक्रमित हुए- 26,442
कुल स्वस्थ हुए- 26,022
कुल संक्रमितों की मौत-102
रिकवरी रेट- 98 फीसद
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पहले चरण की तैयारियां
टीका लगवाने वाले स्वास्थ्यकर्मी- 21,003
कुल टीकाकरण सत्र स्थल-44
टीकाकरण टीम-70
टीकाकरण सत्र-280
कुल टीकाकरण कर्मी-140
कोल्ड चेन केंद्र-29
कुल ड्रीप फ्रीजर-56
वैक्सीन कैरियर-2540 यूं आया उतार-चढ़ाव
- फरवरी में विदेश भ्रमण कर आए 177 लोगों की सूची आई।
- घर-घर जाकर इनकी निगरानी करने के साथ सैंपलिग हुई।
- घरों पर स्टीकर लगाए गए और सभी को होम क्वारंटाइन कर दिया गया।
- पांच मार्च को राजनगर एक्सटेंशन में पहले संक्रमित व्यापारी एस एन मेहता पाए गए।
- संयुक्त अस्पताल और एमएमजी अस्पताल में होम आइसोलेशन वार्ड बनाया गया।
- तब्लीगी जमात से संबंधित लोगों की संख्या बढ़ने पर अप्रैल में 16 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए।
- मुरादनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोविड एल-1 बनाया गया।
- परिसर कम होने पर राजेंद्र नगर में कोविड एल-1 अस्पताल संचालित किया गया।
- संयुक्त अस्पताल में कोविड एल-2 और संतोष अस्पताल में कोविड एल-3 बनाया गया।
- जून में कोरोना के केस सबसे अधिक आए और मरने वालों की संख्या भी बढ़ी।
- जुलाई में होम आइसोलेशन की व्यवस्था लागू होने पर जांच कराने लोग घर से बाहर निकले।
- नवंबर में संक्रमण तेजी से बढ़ा और अस्पतालों में बेड कम पड़ गए।
- दिसंबर में केस कम हो गए और मौत का आंकड़ा घटने लगा।
- जनवरी में अब तक कोरोना के 535 केस ही आए हैं।
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प्रधानमंत्री द्वारा वैक्सीन का उद्घाटन किए जाने के तुरंत बाद जिले में टीकाकरण शुरू होगा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डासना पर 69 वायल भेजने के बाद निरीक्षण किया गया। पूरी टीकाकरण प्रक्रिया सीसीटीवी की निगरानी में होगी। एक-एक खुराब का हिसाब-किताब रखा जाएगा। प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा।
- डा.अजय शंकर पांडेय, डीएम
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कोरोना वैक्सीन आ गई है। पहला टीका जिला महिला अस्पताल में खुद लगवाऊंगा। पहले चरण के पहले दिन चार केंद्रों पर चार सौ स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जाएगा। केंद्रों पर वैक्सीन भिजवा दी गई है। वैक्सीन लगने के आधा घंटे तक स्वास्थ्यकर्मी के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए चिकित्सकों की टीम तैनात की गई है। वैक्सीन के परिणाम बेहतर हैं। पहली खुराक के 28 दिन बाद दूसरा टीका लगाया जाएगा। टीका लगाने से पहले किसी भी तरह की जांच कराने की जरूरत नही है।
- डा. एनके गुप्ता,सीएमओ
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कोरोना का डर अब खत्म हो चला है। रही-सही कसर वैक्सीन आने पर पूरी हो गई है। केंद्र सरकार ने बड़ा काम किया है। विज्ञानियों ने रिसर्च के बाद बेहतर परिणाम वाली वैक्सीन तैयार की है। स्टाफ से पहले खुद टीका लगवा रही हूं। टीका लगवाने के लिए बेहद उत्साहित हूं।
- डा. संगीता गोयल, सीएमएस जिला महिला अस्पताल
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सूची में नाम आने की खबर मिलने के बाद दो दिन से नींद नहीं आ रही है। बेहद उत्साहित हूं। कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाने के ऐतिहासिक पल का बेसब्री से इंतजार कर रही हूं। मार्च से लेकर अब तक महिला गर्भवती एवं बच्चों के उपचार को लेकर दिन-रात ड्यूटी की लेकिन कोरोना का डर तनिक भी नहीं लगा।
- तृषा चंदेल, प्रबंधक जिला महिला अस्पताल
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भाग्यशाली हूं कि पहले चरण के पहले ही दिन टीका लगने वाले सूची में मेरा नाम आया है। टीका लगवाने को तैयार हूं। भारत सरकार द्वारा बहुत कम समय में टीका तैयार करके दुनिया को बताया है कि भारत में प्रतिभावान विज्ञानियों की कमी नहीं है।
- प्रवीण त्यागी, फार्मासिस्ट जिला महिला अस्पताल
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कोरोना काल में अस्पताल में रहकर खूब काम किया। सावधानी बरती और संक्रमण से बचा रहा। अब वैक्सीन आने पर टीका लग रहा है। बहुत खुश हूं। युवाओं से अपील करता हूं कि कोरोना से बचाव के लिए बारी आने पर टीका जरूर लगवाएं।
-रोहित चौहान, डाटा आपरेटर