तालाब मांग रहा पानी
जासं गाजियाबाद जिले में तालाबों की संख्या साल दर साल कम हो रही है। इनमें ही सदरपुर गांव
जासं, गाजियाबाद : जिले में तालाबों की संख्या साल दर साल कम हो रही है। इनमें ही सदरपुर गांव भी शामिल है, जहां तालाब तो हैं लेकिन अब उनके ज्यादातर हिस्सों पर कब्जा हो गया है। जो हिस्सा बचा है, उसको कूड़ाघर बनाया जा रहा है। इसका नतीजा यह हुआ कि अब इनमें नहाना, कपड़े धोना तो छोड़िए गांव के लोग पशुओं को पानी पिलाना भी पसंद नहीं करते हैं। दैनिक जागरण की टीम तालाब का हाल जानने के लिए सोमवार को सदरपुर गांव में पहुंची तो बुजुर्गाें ने बताया कि गांव के तालाब कभी खुशियों का समुंदर होते थे, लेकिन अब इनकी जिम्मेदारी उठाने से जिम्मेदारों ने मुंह फेर लिया है।
बुजुर्ग हरपाल सिंह चौधरी बताते हैं कि पहले गांव में घर-घर में तैराक हुआ करते थे। उन लोगों ने तैराकी गांव के ही तालाबों में सीखी है। एक किस्सा याद करते हुए वह कहते हैं कि तालाबों में ही प्रतियोगिताएं होती थीं, एक बार उनके ताऊ रामस्वरूप ने उनके सामने शर्त रखते हुए कहा कि तालाब में तैरकर दो चक्कर लगाने पर छिकवा कलाकंद खिलाऊंगा। यह सुनने ही हरपाल सिंह तालाब में कूद गए और दो की जगह छह चक्कर लगाने के बाद बाहर निकले। इसके बाद ताऊ ने कलाकंद मंगाए और सभी लोगों ने साथ बैठकर खाया। वैसी खुशियां महसूस करने से अब बच्चे वंचित हो रहे हैं। गांव में ज्यादातर बच्चों को अब तैरना भी नहीं आता है। इक्का-दुक्का जो लोग तैराकी का शौक रखते हैं, उनको गांव से दूर स्विमिग पूल में जाना पड़ता है। ------------------
तालाबों की सुध लेने वाला अब कोई नहीं है। सफाई के नाम पर खानापूरी होती है। गांव के तालाब का जीर्णोद्धार होना चाहिए ।
-हरपाल सिंह चौधरी, सदरपुर निवासी तालाबों के कारण अब गांवों में तैराकी करने वालों की संख्या न के बराबर है, जबकि पहले हर घर में तैराक हुआ करते थे। गांव में 1956 में बाढ़ आई थी, उस वक्त लोग पशुओं को चारा खिलाने के लिए भी तैरकर दूर तक जाया करते थे।
-सतपाल सिंह चौधरी, सदरपुर निवासी नगर निगम के अधिकारियों से कई बार तालाबों की सफाई की मांग की गई लेकिन गांव में तालाबों को कब्जामुक्त नहीं कराया गया है। सभी तालाबों को कब्जामुक्त कराया जाना चाहिए।
-सुरदीप, स्थानीय निवासी तालाबों की सफाई का कार्य शुरू करवा दिया गया है। सदरपुर गांव के सभी तालाबों की सफाई करवाई जाएगी।
-महेंद्र सिंह तंवर, नगर आयुक्त