कंपनी की लापरवाही, डॉक्टरों से मिली मदद
लोनी से राजेंद्र नगर सेक्टर- दो स्थित ईएसआइ अस्पताल में कैंसर की दवा लेने पहुंची संगीता को घंटों तक परेसान होना पड़ा। दरअसल उनके कागजातों में कंपनी की लापरवाही से खाली रह गई थी डॉक्टरों ने उन्हें परेशान देख खामी को दूर की। इसके बाद संगीता को चेस्ट कैंसर से पीड़ित उनके ससुर के लिए दवा मिली।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :
लोनी से राजेंद्र नगर सेक्टर-दो स्थित ईएसआइ अस्पताल में अपने ससुर के लिए कैंसर की दवा लेने पहुंची संगीता को घंटों तक परेशान होना पड़ा। दरअसल, उनके कागजातों में कंपनी की लापरवाही से नाम व जन्मतिथि गलत रह गई थी। डॉक्टरों ने उन्हें परेशान देख खामी को दूर किया। इसके बाद संगीता को दवा मिली।
लोनी निवासी संगीता के पति प्रदीप कुमार के नाम से ईएसआइ कार्ड है। संगीता के ससुर जय भगवान (60) चौथी बार फेफड़े के कैंसर से जूझ रहे हैं। बृहस्पतिवार को संगीता राजेंद्र नगर सेक्टर- दो स्थित ईएसआइ अस्पताल में अपने ससुर के लिए दवा लेने पहुंची थी। कंपनी की लापरवाही से ईएसआइ कार्ड में ससुर का नाम व जन्मतिथि गलत हो गई थी। इसकी वजह से दवा नहीं मिल पा रही थी। चार घंटे तक संगीता परेशान रहीं। अस्पताल के सहायक निदेशक राज रंजन ने उनके कागजातों की खामी दूर की। इसके बाद संगीता को दवा मिली।
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कार्ड बनाते समय सावधानी रखे कंपनी प्रबंधन :
सहायक निदेशक राज रंजन का कहना है कि कंपनी प्रबंधन ईएसआइ कार्ड बनाते समय कर्मचारी व उसके स्वजनों की सही जानकारी फॉर्म में भरें, जिससे कि मरीजों को परेशान ना होना पड़े। कर्मचारी भी ईएसआइ कार्ड बनने से पहले अपनी जानकारी जांच लें, जिससे बाद में परेशान न होना पड़े।