दहेज हत्या में पांच माह से फरार निलंबित सिपाही गिरफ्तार
- दो फरवरी को जहरीला पदार्थ देकर की थी पत्नी की हत्या - पिता ने पति समेत चार को नामजद कर
- दो फरवरी को जहरीला पदार्थ देकर की थी पत्नी की हत्या
- पिता ने पति समेत चार को नामजद करते हुए दर्ज कराई थी रिपोर्ट
------- संवाद सहयोगी, मसूरी : मसूरी थाना क्षेत्र में दहेज की मांग पूरी न होने पर पत्नी की जहरीला पदार्थ देकर की गई हत्या के मामले में पुलिस ने पांच माह बाद आरोपित निलंबित सिपाही को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अभी तीन आरोपित फरार हैं।
बुलंदशहर औरंगाबाद के सैदपुर निवासी नत्थु सिंह सीआरपीएफ में उपनिरीक्षक हैं और वर्तमान में प्रयागराज में तैनात हैं। उन्होंने अपनी पुत्री कृष्णा की शादी 14 फरवरी 2014 में आकाश नगर निवासी इंद्रसिंह के पुत्र रविकुमार से की थी। रवि उत्तरप्रदेश पुलिस में सिपाही है और गाजियाबाद तैनात था। इसके बाद उन्होंने अपनी छोटी बेटी कमली उर्फ कमलेश की शादी वर्ष 2018 में रवि के छोटे भाई रतन से करा दी। नत्थु सिंह ने कमलेश को दहेज में वैगनआर कार दी। छोटे भाई को कार मिलने के बाद रवि भी कार की मांग करने लगा। इसको लेकर पति रवि, ननद शोभा, जेठ सुंदर व सुंदर का बेटा कुणाल कृष्णा को परेशान करने लगे। कृष्णा ने इस बारे में पिता को बताया तो वह 31 दिसंबर 2020 को बेटी के घर आए और रवि को कार खरीदने के लिए तीन लाख रुपये दे गए। इसके बाद भी रवि और पैसों की मांग करता रहा। दो जनवरी को आरोपितों ने कृष्णा को जहरीला पदार्थ दे दिया। इसके बाद आरोपितों ने नत्थु सिंह को सूचना दी कि उनकी बेटी की तबीयत खराब है और अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नत्थु अस्पताल पहुंचे तो बेटी की मौत हो चुकी थी। इस मामले में उन्होंने पति, ननद, जेठ व उसके बेटे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसएसपी ने फरवरी माह में ही रवि को निलंबित कर दिया था। पीड़ित पिता का आरोप है कि पुलिस आरोपितों से मिलीभगत के चलते उनकी गिरफ्तारी नहीं की। इस बीच आरोपित हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर स्टे ले आए। पीड़ित पिता ने सुप्रीम कोर्ट जाकर स्टे खारिज कराया। इसके बाद भी पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया। उन्होंने मंगलवार को एसएसपी से मिलकर गुहार लगाई, इसके बाद पुलिस ने रवि को गिरफ्तार किया।