मास्टर प्लान-2031 का सर्वे हुआ तेज
जागरण संवाददाता गाजियाबाद मास्टर प्लान-2031 का सर्वे तेज हो गया है। शासन स्तर से 31 मार्च तक
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: मास्टर प्लान-2031 का सर्वे तेज हो गया है। शासन स्तर से 31 मार्च तक नया मास्टर प्लान बनाने का लक्ष्य तय कर दिया गया है। चयनित कंपनी मैसर्स डीडीएफ कंसलटेंट द्वारा मोदीनगर का ग्राउंड सर्वे पूरा कर लिया है। सर्वे की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। अगले पांच दिन के भीतर रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी। कंपनी द्वारा शहर का ग्राउंड सर्वे किया जा रहा है। शहर के बाद लोनी और मुरादनगर का सर्वे होगा। एनआरएससी (हैदराबाद) से मिली सर्वे शीट्स से मिलान के साथ जमीनी सर्वे किया जा रहा है। जीडीए का दायरा 3889 हेक्टेयर जमीन पर फैला हुआ है। मास्टर प्लान 31 मार्च तक बनकर तैयार होगा। आरआरटीएस के आसपास की जमीनों पर लगेगा अतिरिक्त शुल्क
दिल्ली से मेरठ तक निर्माणाधीन आरआरटीएस प्रोजेक्ट के रूट के दोनों तरफ की शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों का बेहतर विकास होगा। मास्टर प्लान बनाते समय हाइस्पीड ट्रेन के स्टेशनों के आसपास की जमीनों के बैनामों के समय सर्किल रेट के साथ ही एक फीसद अतिरिक्त स्टांप शुल्क देयता पर विचार किया जा रहा है। हाल ही में मंडलायुक्त एवं प्रमुख सचिव आवास स्तर पर हुई बैठक में इस पर विचार किया गया है। इसके लैंड वेल्यू कैप्चर का प्रयोग किया जाना है। इस संबंध में जीडीए एवं स्टांप विभाग से रिपोर्ट मांगी गई है।
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मास्टर प्लान का सर्वे किया जा रहा है। मोदीनगर का सर्वे पूरा हो गया है। प्लान में आरआरटीएस के स्टेशनों के पास की जमीनों के बैनामों पर एक फीसदी अतिरिक्त स्टांप शुल्क लिए जाने पर शासन स्तर पर मंथन किया जा रहा है। इसके लिए लैंड वेल्यू कैप्चर का प्रयोग किया जा सकता है। साथ ही एफएआर खरीदने का भी निर्णय हो सकता है।
- आशीष शिवपुरी, सीएटीपी जीडीए