दिल्ली-मेरठ हाईवे पर फिर थम गई वाहनों की रफ्तार
जागरण संवाददातामोदीनगरसोमवार को सड़क किनारे वाहनों के बेतरतीबी से खड़ा होने तथा वा
जागरण संवाददाता,मोदीनगर:
सोमवार को सड़क किनारे वाहनों के बेतरतीबी से खड़ा होने तथा वाहनों की अधिकता के चलते दिल्ली-मेरठ हाईवे की गति थम गई। लोगों को आबादी क्षेत्र में करीब दो किलोमीटर की दूरी में जाम के झाम से दो चार होना पड़ा। बेहाल लोग सिस्टम को कोसते रहे। जबकि, पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
दो दिन के लॉकडाउन के बाद सभी सरकारी, गैर-सरकारी दफ्तार, दुकानें, बाजार, प्रतिष्ठान खुले तो हाईवे पर सुबह से ही वाहनों की अधिकता दिखाई दी। उधर, खरीदारी करने आए लोगों ने सुबह बाजार खुलते ही अपने वाहन हाईवे के किनारे वाली दुकान और प्रतिष्ठानों के सामने खड़े कर दिए। जिन लोगों को जगह नहीं मिली। उन्होंने अपने वाहनों को बीच सड़क पर ही खड़ा कर दिया। सबसे ज्यादा बुरा हाल बस अड्डे के आसपास दिखा। यही वजह थी कि हाईवे पर दोनों तरफ वाहनों की गति सुबह साढ़े 9 बजे के आसपास ही थम गई। देखते ही देखते गाजियाबाद से मेरठ की तरफ वाहनों की कतारें बस अड्डे से लेकर सीकरी खुर्द गांव के गेट के सामने तथा मेरठ से गाजियाबाद की ओर वाहनों की कतारें गुरुद्वारा कट से लेकर महेंद्रपुरी कट के सामने तक पहुंची हुई थी। 11 बजे के आसपास हालत बेकाबू हो गए। लोगों को पांच मिनट के बजाय आबादी क्षेत्र को पार करने में पौने घंटे का समय लगा। इस दौरान यातायात पुलिस ही अपने पसीने बहाती रही। थाने का कोई भी पुलिसकर्मी यातायात सुचारू कराने के लिए आगे नहीं आया। शाम तीन बजे तक हाईवे पर हालात ज्यादा विकराल रहे। राहगीरों ने सिस्टम पर सवाल उठाए। इस बारे में सीओ मोदीनगर सुनील कुमार सिंह का कहना है कि सोमवार को हाईवे पर अकसर वाहनों का दबाव बन जाता है। सड़क किनारे बेतरतीबी से खड़े होने वाले वाहनों को जब्त करने के लिए थाना और यातायात पुलिस के अधिकारियों से बात की गई है।