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अतीत के आईने से: जनता ने माननीयों पर जताया विश्वास, आज भी अधूरी आस

आयुष गंगवार गाजियाबाद साल 2012 में परिसीमन से पहले जिले में तीन विधानसभा सीट गाजियाबाद मोदीनगर और मुरादनगर थीं। जिले की जनता ने अपने प्रत्याशियों को विधायक बनाया और कई पर बार-बार विश्वास कर उन्हें लगातार जिताया। बालेश्वर त्यागी और राजपाल त्यागी जैसे कद्दावर नेता मंत्रिमंडल में भी रहे बावजूद इसके जिले के लोगों की हर आस अधूरी ही रही।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Jan 2022 07:51 PM (IST)Updated: Fri, 14 Jan 2022 07:51 PM (IST)
अतीत के आईने से: जनता ने माननीयों पर जताया विश्वास, आज भी अधूरी आस
अतीत के आईने से: जनता ने माननीयों पर जताया विश्वास, आज भी अधूरी आस

आयुष गंगवार, गाजियाबाद : साल 2012 में परिसीमन से पहले जिले में तीन विधानसभा सीट गाजियाबाद, मोदीनगर और मुरादनगर थीं। जिले की जनता ने अपने प्रत्याशियों को विधायक बनाया और कई पर बार-बार विश्वास कर उन्हें लगातार जिताया। बालेश्वर त्यागी और राजपाल त्यागी जैसे कद्दावर नेता मंत्रिमंडल में भी रहे, बावजूद इसके जिले के लोगों की हर आस अधूरी ही रही। बड़ी संख्या में अभी भी लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। आजादी के बाद 1951-52 में हुए पहले चुनाव में गाजियाबाद नार्थ वेस्ट, गाजियाबाद नार्थ ईस्ट और गाजियाबाद साउथ सीट थीं। अगले चुनाव में (क्षेत्रवार) गाजियाबाद, मोदीनगर और डासना नाम दिया गया। 1967 में चौथा चुनाव चुनाव गाजियाबाद, मोदीनगर व मुरादनगर सीट पर हुआ था। बाक्स..

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इन सुविधाओं के लिए जूझ रहे लोग

पेयजल- सभी के पेयजल नहीं। अवैध बोरिग से हो रहा भूगर्भीय जल का दोहन।

पक्की सड़क- महानगर में कई कालोनी ऐसी हैं, जहां पक्की सड़क व गलियां नहीं।

जल निकासी- पूरे जिले में कोई इंतजाम नहीं। हर बार बारिश खोलती है दावों की पोल।

यातायात प्रबंधन- शहर की अंदरूनी सड़कें अतिक्रमण के कारण जाम से जूझ रहीं।

कूड़ा निस्तारण- कूड़ा निस्तारण के लिए सालों पहले बनी योजना पर अमल नहीं।

प्रदूषण नियंत्रण- प्रदूषण का स्तर नापने और चंद संस्थाओं पर जुर्माना लगाने के अलावा नहीं हुई ठोस पहल।

पार्किंग- पार्किंग के इंतजाम पाश इलाके राजनगर और कविनगर में ही नहीं हैं। मुख्य बाजार और बाकी क्षेत्र की हालत और खराब।

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बाक्स..

11 लोग बने 33 बार विधायक

- विचित्रा नारायण- 1951-52 से कांग्रेस के टिकट पर लगातार तीन बार जीतीं।(गाजियाबाद नार्थ-ईस्ट, मोदीनगर)

- तेजा सिंह- 1951-52 से कांग्रेस के टिकट पर लगातार तीन बार जीते।(गाजियाबाद नार्थ वेस्ट, गाजियाबाद)

- मेघनाथ सिंह- 1962 में निर्दलीय और 1974 में कांग्रेस के टिकट पर जीते।(डासना और मोदीनगर)

- प्यारे लाल- 1967 से लगातार तीन बार रिपब्लिक पार्टी आफ इंडिया, संयुक्त सोशल पार्टी व कांग्रेस के टिकट पर जीते।(गाजियाबाद)

- ईश्वर दयाल- 1969 में भारतीय क्रांति दल और 1980 में इंक(आइ) के टिकट पर जीते।(मुरादनगर)

- सुरेंद्र कुमार मुन्नी- 1980 में इंक(यू), 1989 में कांग्रेस व 2004 उपचुनाव में सपा के टिकट पर जीते।(गाजियाबाद)

- सुखवीर सिंह गहलोत- 1980 में इंक(आइ) और1989 व 1991 में जनता दल के टिकट पर जीते।(मोदीनगर)

- राजपाल त्यागी- 1989 में निर्दलीय, 1991 में कांग्रेस, 1996 में सपा, 2002 में कांग्रेस, 2007 में निर्दलीय और 2008 उपचुनाव में बसपा के टिकट पर छह बार जीते।(मुरादनगर)

- बालेश्वर त्यागी- 1991 से भाजपा के टिकट पर लगातार तीन बार जीते।(गाजियाबाद)

- नरेंद्र सिंह सिसौदिया- 1993 से लगातार तीन चुनाव में भाजपा के टिकट पर जीते।(मोदीनगर)

- सुनील शर्मा- 2007 और 2017 में भाजपा के टिकट पर जीते।(गाजियाबाद व साहिबाबाद)


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