मलेरिया से छह साल की बच्ची की हालत खराब, दो को किया रेफर
जागरण संवाददाता गाजियाबाद शनिवार को जिला एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती छह वर्ष की
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: शनिवार को जिला एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती छह वर्ष की बच्ची जिया की हालत खराब हो गई है। बच्ची को पहले से ही मलेरिया है। डेंगू की जांच के लिए सैंपल भेज दिया गया है। इसके अलावा बुखार से पीड़ित तेरह वर्षीय डाली को हालत बिगड़ने पर नोएडा के लिए रेफर कर दिया गया। बता दें कि आर्थिक रूप से कमजोर बच्ची की मां नोएडा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती की फीस जमा नहीं कर पाई और गंभीर हालत में बच्ची को वह देर शाम को घर वापस ले आई है। बच्ची की मां ज्योति ने बताया कि मकनपुर में झोलाछाप से दवा दिला दी गई है। तीसरे बुखार से पीड़ित चालीस वर्षीय मरीज अनीस को इमरजेंसी में भर्ती कराने के बाद उसका बहनोई फरार हो गया। बाद में उसके पड़ोसी वहां पहुंचे। हालत खराब देखकर ईएमओ डॉ. अनिल विश्वकर्मा ने अनीस को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल को रेफर कर दिया। देर शाम तक अनीस की हालत गंभीर बताई गई है। प्लेटलेट्स बीस हजार से भी नीचे बताई गईं हैं। उधर नूरनगर सिहानी के रहने वाले नीरज के बेटे अनुराग की बुखार से मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सिहानी गांव का दौरा किया और स्वजन से पूछताछ की। एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया है। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि इस्लाम नगर में सरफराज के घर व आसपास एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया है। सरफराज की एक साल की बेटी सोफिया की बुखार से मौत हो गई है।
मलेरिया विभाग के कर्मचारी की हुई मौत जिला मलेरिया विभाग के सुपरवाइजर फील्ड वर्कर ताराचंद की बीमारी की वजह से मौत हो गई है। पता चला है कि ताराचंद को भी कई दिनों से बुखार था और सांस लेने में परेशानी हो रही थी। खुर्जा के गांव खानपुर के रहने वाले 58 वर्षीय ताराचंद कई दिनों से बीमार थे। जिला मलेरिया अधिकारी ज्ञानेंद्र मिश्रा का कहना है कि हृदयाघात से ताराचंद की मौत हुई है। इन क्षेत्रों में बुखार के मरीज अधिक गऊशाला, इस्लाम नगर, सिहानी, नंदग्राम, बिहारीपुरा, अर्थला, वृंदावन गार्डन, डासना, मसूरी, मुगलगार्डन कालोनी, प्रतापविहार, पीले क्वार्टर, सेवानगर, शिब्बनपुरा, घूकना, राजनगर एक्सटेंशन, पंचवटी, कोट गांव, गांधीनगर, शिवपुरी, आकाश नगर, इंदिरापुरम, वैशाली, वसुंधरा, विजयनगर व मुरादनगर मरीजों की पूरी निगरानी व जांच की जा रही है। हालत खराब होने पर उच्च स्तरीय अस्पताल में एंबुलेंस के माध्यम से रेफर किया जा रहा है। वार्ड में भर्ती 108 मरीजों का पर्याप्त उपचार किया जा रहा है।
- डॉ. अनुराग भार्गव, सीएमएस जिला एमएमजी अस्पताल