सीवर हादसा: जल निगम के अधिकारियों के खिलाफ जल्द पेश होगी चार्जशीट
जागरण संवाददाता गाजियाबाद नंदग्राम के कृष्णाकुंज में हुए सीवर हादसे में जल निगम के अधिकाि
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: नंदग्राम के कृष्णाकुंज में हुए सीवर हादसे में जल निगम के अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बीते दिनों गाजियाबाद पुलिस ने जेई (अवर अभियंता) अजमत अली के खिलाफ चार्जशीट पेश की थी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही बाकी अधिकारियों के खिलाफ भी सप्लीमेंट्री चार्जशीट पेश की जाएगी। सभी के खिलाफ जांच में विभागीय लापरवाही के साक्ष्य मिले हैं। सूत्रों की माने तो सभी को पर्यवेक्षण में लापरवाही का आरोपित बना जल्द चार्जशीट पेश की जाएगी। पांच मजदूरों की हुई थी मौत
नंदग्राम के कृष्णाकुंज में 22 अगस्त 2019 को निर्माणाधीन सीवर में काम करने उतरे बिहार निवासी दामोदर, होरिल, संदीप, शिवकुमार और विजय कुमार की मौत हो गई थी। जल निगम के तत्कालीन महाप्रबंधक कृष्ण मोहन यादव, अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) रविद्र सिंह, सहायक अभियंता (एईएन) प्रवीण कुमार व जेई अजमत अली को निलंबित कर कार्यदायी संस्था, इसके मालिक व कर्मचारियों समेत सभी के खिलाफ थाना सिहानी गेट में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। हादसे के बाद दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने चार्जशीट पेश कर दी थी। तत्कालीन सीओ प्रथम धर्मेद्र सिंह को विवेचना दी गई थी। उन्होंने सप्लीमेंट्री चार्जशीट पेश की थी, लेकिन उन पर जल निगम के अधिकारियों को क्लीन चिट देने के आरोप में तत्कालीन एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने चार्जशीट को रद कर दिया था। साथ ही एसपी ग्रामीण रहे नीरज कुमार जादौन को विवेचना दी और फिर उनसे सीओ द्वितीय को जांच ट्रांसफर कर दी गई थी। अब इसकी विवेचना सीओ द्वितीय अवनीश कुमार कर रहे हैं। डेढ़ साल बाद भी आरोपित फरार
हादसे के बाद हुई प्रशासनिक जांच में सामने आया था कि मजदूरों के पास सुरक्षा उपकरण नहीं थे। साथ ही कार्यस्थल पर पर्यवेक्षण के लिए कार्यदायी संस्था या जल निगम का कोई अधिकारी भी मौजूद नहीं था। इसके बावजूद पुलिस ने लीपापोती करते हुए महज दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया। बाकी आरोपित अभी फरार हैं या यूं कहें कि पुलिस उन पर मेहरबान है। हालांकि डेढ़ साल बाद अब अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। बीते हफ्ते ही सीओ द्वितीय ने जेई अजमत अली के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट पेश कर दी। विभागीय सूत्रों का कहना है कि विवेचना लगभग पूरी हो चुकी है। कुछ तथ्यों का सत्यापन बाकी है, उसे दो हफ्ते में पूरा कर लिया जाएगा। पुलिस जांच में जेई, सुपरवाइजर और एईएन के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं। अन्य के खिलाफ मिले तथ्यों का सत्यापन किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो जिम्मेदार अधिकारी सीवर निर्माण के दौरान पर्यवेक्षण के लिए नहीं गए। कभी-कभी निरीक्षण भर ही किया और उसमें भी लापरवाही बरती गई। इसी 22 अगस्त को पांच मजदूरों की जान चली गई। जल निगम के जेई अजमत अली के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी है। अन्य अधिकारियों की भी जांच चल रही है। साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे।
- अवनीश कुमार, सीओ द्वितीय।