भाजपा से बगावत, योगी-मोदी के प्रति श्रद्धा दिखा रहे 'बागी'
अभिषेक सिंह गाजियाबाद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में पहले चरण के लिए नामांकन चल रहे
अभिषेक सिंह, गाजियाबाद
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में पहले चरण के लिए नामांकन चल रहे हैं, इस दौरान जिले में कई नेता ऐसे हैं जो चंद रोज पहले तक भाजपा में शामिल थे लेकिन अब पार्टी से बगावत कर चुनाव के मैदान में उतर गए हैं, लेकिन उनकी जुबां से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम नहीं उतर रहा है। उनके प्रति श्रद्धा रखने वाले इन बागी नेताओं का कहना है कि उनकी लड़ाई पार्टी से नहीं बल्कि प्रत्याशी से है, इसलिए ही चुनाव के मैदान में उतरे हैं। छात्र जीवन से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ी रहीं डा. सपना बंसल साहिबाबाद से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव के मैदान में उतरी हैं लेकिन जब मीडिया ने उनसे सवाल किया तो कहने लगीं कि आज भी उनकी श्रद्धा योगी-मोदी के प्रति है, नाराजगी स्थानीय विधायक द्वारा विकास कार्य न कराने को लेकर है। भाजपा से बसपा में गए और अब शहर विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग के खिलाफ चुनाव के मैदान में उतरे केके शुक्ला कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार में विकास कार्य बहुत हुए हैं, लेकिन लाइनपार उससे अछूता रहा। एनएच-नौ का चौड़ीकरण होने से लोगों को राहत मिली है, लेकिन अभी भी कई समस्याओं का समाधान नही हुआ, इसलिए चुनाव के मैदान में उतरे हैं। भाजपा से बगावत कर शहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी आशुतोष गुप्ता का कहना है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अच्छा कार्य किया है लेकिन लोकल में जो कार्य होना चाहिए था, वह नहीं हुआ है। मेरे साथियों ने सामूहिक रूप से निर्णय लिया है कि मैं चुनाव लड़ूं, इसलिए ही सियासी मैदान में उतरा हूं। साहिबाबाद विधानसभा सीट से प्रत्याशी सच्चिदानंद भी भाजपा से जुड़े रहे लेकिन उनका कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास कार्य को प्राथमिकता दी, लेकिन साहिबाबाद विधायक जन आकांक्षाओं पर खरा नहीं उतर सके, इसलिए ही मैं जनता के कहने पर चुनाव लड़ रहा हूं।