यूपी गेट पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा कायम
कृषि कानून विरोधियों का रविवार को भी यूपी गेट पर दिल्ली जाने वाले रास्तों पर कब्जा रहा। वाहन चालकों को अन्य सीमाओं से दिल्ली जाना पड़ा। इससे उन्हें काफी दिक्कत हुई।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : कृषि कानून विरोधियों का रविवार को भी यूपी गेट पर दिल्ली जाने वाले रास्तों पर कब्जा रहा। वाहन चालकों को अन्य सीमाओं से दिल्ली जाना पड़ा। इससे उन्हें काफी दिक्कत हुई।
तीनों कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर 28 नवंबर, 2020 से धरना-प्रदर्शन चल रहा है। प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ, सर्विस रोड और फ्लाईओवर की नीचे तंबू, शौचालय, वाहन, पानी की टंकी आदि रखकर कब्जा किया है। यहां से कोई भी दिल्ली नहीं जा पा रहा है। बृहस्पतिवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने यहां एक तंबू के पर्दे और बल्लियों को खोलकर पुलिस पर रास्ता बंद करने का आरोप लगाया था। शुक्रवार को बैरिकेड पर सरकार के खिलाफ नारे लिखे थे। शनिवार को दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया था। अटकलें लगाई जा रही थीं कि रविवार को रास्ता खुल जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पूर्व की भांति रास्तों पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा रहा। सुरक्षा-व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस के बैरिकेड लगे रहे। राहगीरों को काटना पड़ा चक्कर : राहगीर यूपी गेट होकर दिल्ली नहीं जा पाए। उन्हें खोड़ा, ईडीएम माल, महाराजपुर, चंद्र नगर, ज्ञानी बार्डर, भोपुरा व अन्य सीमाओं से होकर दिल्ली जाना पड़ा। इससे उन्हें लंबा चक्कर काटना पड़ा। वहीं, रोडवेज की बसें वैशाली से होकर गुजरीं। इससे जाम लगा और हादसे का खतरा बना रहा। पुलिस अधीक्षक यातायात रामानंद कुशवाहा ने बताया कि यूपी गेट पर प्रदर्शन की वजह से रूट डायवर्जन करना पड़ा है, जिसके चलते राहगीरों को समस्या हो रही है।