अपराधियों को छुड़वाने को लखनऊ से आता था 'मियां जी' का फोन : स्वतंत्र देव सिंह
आयुष गंगवार गाजियाबाद पहले प्रदेश में अपराधियों का राज था। यदि पुलिस किसी अपराधी को पकड़ती तो छुड़वाने के लिए लखनऊ से मियां जी का फोन आ जाता था। आज बड़े से बड़े गुंडे जेल में हैं। सदस्यता अभियान को धार देने रविवार को गाजियाबाद पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने विपक्षियों पर कुछ इसी अंदाज में हमला बोला।
आयुष गंगवार, गाजियाबाद: पहले प्रदेश में अपराधियों का राज था। यदि पुलिस किसी अपराधी को पकड़ती तो छुड़वाने के लिए लखनऊ से मियां जी का फोन आ जाता था। आज बड़े से बड़े गुंडे जेल में हैं। सदस्यता अभियान को धार देने रविवार को गाजियाबाद पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने विपक्षियों पर कुछ इसी अंदाज में हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने हर वादे को पूरा कर जनता का विश्वास कमाया है। अलग-अलग जगहों पर हुए आयोजन में केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह, महापौर आशा शर्मा, राज्य सभा सदस्य डा.अनिल अग्रवाल, विधायक अजित पाल त्यागी, विधायक सुनील शर्मा, खोड़ा नगरपालिका चेयरमैन रीना भाटी, महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, बलदेव राज शर्मा, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मयंक गोयल, पवन गोयल, पप्पू पहलवान, पंडित गुंजन शर्मा, गौरव चोपड़ा, हातम सिंह नागर व अमित त्यागी मौजूद थे। सीख देकर कार्यकर्ताओं में भरा जोश : ट्रेन से रविवार सुबह गाजियाबाद पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सदस्यता अभियान को सफल बनाने की अपील के साथ कार्यकर्ताओं में जोश भरा। सबसे पहले मुरादनगर स्थित असालतनगर गांव के पंचायतघर पहुंचे और लोगों को भाजपा की सदस्यता दिलाई। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की मेहनत से भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनी है। कार्यकर्ताओं की मेहनत और तपस्या से ही भाजपा का वजूद है। वह विजयनगर स्थित लीलावती सीनियर सेकेंड्री स्कूल पहुंचे और श्रमिक ई-कार्ड का उद्घाटन किया। यहां प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से कहा कि अपने से छोटे पर रौब मत झाड़ो। सिर में ठंडक और सीने में आग रखो। नेता के मुंह में शक्कर और पैर में चक्कर होना चाहिए। घर बैठने वाला नेता नहीं होता। अंत में खोड़ा पहुंचे और सदस्यता अभियान में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि अब हर योजना का लाभ आमजन को सीधे बैंक खाते में जाता है। नियुक्तियों में हर वर्ग को मौका मिल रहा है, जबकि पहले सैफई खानदान की सूची को वरीयता मिलती थी। श्रमिक चौपाल बनी कार्यकर्ता सम्मेलन : विजयनगर में श्रमिक चौपाल के नाम से आयोजन हुआ, लेकिन यहां श्रमिक या कामगार ही नदारद थे। प्रदेश अध्यक्ष ने खुद कहा कि चौपाल के नाम पर सोचा था कि 10-20 लोग बैठे होंगे। श्रमिकों से चाय पर चर्चा करेंगे, लेकिन महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने अपनी मेहनत से इसे कार्यकर्ता सम्मेलन बना दिया। हालांकि उन्होंने यह बात सराहना वाले लहजे में कही। वह बोले, कार्यकर्ता घर-घर जाकर हर कामगार का कल्याणकारी योजनाओं में पंजीकरण कराएं ताकि उन्हें योजना का पूरा लाभ मिले। संबोधन से किसान गायब : अब तक भाजपाई अपने संबोधन में कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे प्रदर्शन का जिक्र जरूर करते थे। वे कहते थे कि किसानों को गुमराह किया जा रहा है। प्रधानमंत्री के नए कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद रविवार को गाजियाबाद पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष ने अपने संबोधन में किसान शब्द तक का जिक्र नहीं किया।