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ईश्वर से प्रार्थना और रक्त दान कर देते हैं नई जिदगी

दीपा शर्मा गाजियाबाद मोरटा स्थित श्री मनन धाम मंदिर समिति की ओर से आस्था के साथ समाज उत्था

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 08:41 PM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 08:41 PM (IST)
ईश्वर से प्रार्थना और रक्त दान कर देते हैं नई जिदगी
ईश्वर से प्रार्थना और रक्त दान कर देते हैं नई जिदगी

दीपा शर्मा, गाजियाबाद :

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मोरटा स्थित श्री मनन धाम मंदिर समिति की ओर से आस्था के साथ समाज उत्थान के कार्य भी समय-समय पर किए जाते हैं। इनमें रक्तदान शिविर लगाना और किसी भी जरूरतमंद के लिए रक्तदान करने पर विशेष ध्यान दिया जाता है। साथ ही मंदिर में लंगर लगाया जाता है जिसमें सुबह और शाम नाश्ता और दोपहर व रात का भोजन कराया जाता है। श्री मनन धाम मंदिर गाजियाबाद के बड़े मंदिरों में से एक है। यहां पिडी महारानी, श्री राम परिवार, शिव-पार्वती, राधा कृष्ण और नव ग्रहों के अलावा कई मंदिर बने हुए हैं। सभी मंदिरों की अपनी अलग-अलग खासियत हैं।

मंदिर समिति के अध्यक्ष अशोक मलिक ने बताया कि हर साल एक मई को विशेष रूप से रक्तदान शिविर लगाया जाता है। किसी जरूरतमंद को यदि रक्त की जरूरत पड़ती है तो उसकी भी सेवादार मदद करते हैं। मंदिर में सबसे ज्यादा चिकित्सकीय सेवा पर ध्यान दिया जाता है। मंदिर की डिस्पेंसरी में दस रुपये की पर्ची में तीन दिन दवाई दी जाती है। आस पास के गांव के कुछ लोग तो मंदिर की दवाई ले जाकर ही ठीक होते हैं। मंदिर के चेयरमैन जगमोहन कुमार का कहना है कि दवाई के साथ पिडी महारानी का आशीर्वाद मरीजों को मिलता है। इसके अलावा मंदिर में मिर्गी, फिजियोथैरेपी और स्वास्थ्य जांच शिविर लगाए जाते हैं। एम्स के चिकित्सकों द्वारा शिविर में इलाज और जांच की जाती है। शिविर में आने वाले सभी मरीजों को मंदिर के लंगर में खाना खिलाकर ही भेजा जाता है। आपदाओं के समय में बिहार, जम्मू कश्मीर, खुरहान और लद्दाख में सेवादार शिविर लगाकर मदद दे चुके हैं। गौशाला में बुजुर्ग गायों की होती है सेवा

मंदिर के सेवादार मनीष कुमार ने बताया कि गौशाला में कुल 73 गायें हैं। इनमें ज्यादातर बुजुर्ग हैं। इनकी सेवा के लिए गौशाला में पांच कर्मचारी भी रखे गए हैं। इसके अलावा मंदिर के सेवादार भी गायों की सेवा करने के लिए जाते हैं। गौशाला में किसी तरह की सरकारी मदद नहीं मिली है। मंदिर की तरफ से ही गायों का पूरा खर्चा उठाया जाता है।


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