धौलाना की भूमि को लेकर शुरू हुआ सियासी घमासान
उन्होंने कहा कि जल्द ही मामले का समाधान निकाल लिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : धौलाना में वर्ष 2004 में रिलायंस पावर प्रोजेक्ट के लिए अधिगृहीत जमीन में भूमाफिया के खेल का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पूर्व सांसद रमेश चंद्र तोमर की प्रेसवार्ता के बाद अब केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वीके सिंह का ने कहा कि यह मामला वह तीन साल पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में ला चुके हैं और जल्द ही किसानों की समस्या का समाधान कराया जाएगा। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वह धैर्य बनाए रखें और किसी के बहकावे में न आएं।
बुधवार को भाजपा के पूर्व सांसद रमेश चंद्र तोमर ने प्रेसवार्ता कर आरोप लगाया था कि वर्ष 2004 में धौलाना में रिलायंस पावर प्रोजेक्ट के लिए किसानों की 2500 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया था। किसान मुआवजे की राशि से नाखुश थे, लेकिन अधिकांश किसानों ने मुआवजा उठा लिया था। लंबे आंदोलन के बाद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि किसान मुआवजे की राशि वापस लौटा दें और उन्हें भूमि वापस दे दी जाएगी। कुछ किसान मुआवजा राशि खर्च कर चुके थे। इसके चलते वह मुआवजा वापस नहीं कर पाए। इस संबंध में उन्होंने छह माह पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की तो योगी ने मुआवजा राशि लौटाने की अवधि बढ़ा दी। इसके बाद आरोप है कि भूमाफिया किसानों की भूमि का कम दरों में एग्रीमेंट करने लगे और उनकी भूमि सस्ती दरों में हथियाने लगे। इस पर तोमर ने जल्द ही मुख्यमंत्री से दोबारा मिलने की बात कही थी।
उन्होंने ने कहा कि जिला प्रशासन सरकार से लगातार पत्राचार कर रहा है। 2019 में लोकसभा चुनाव से पूर्व यह आश्वासन मिला था कि सरकार की रिलायंस कंपनी के साथ बात चल रही है। रिलायंस द्वारा ब्याज को लेकर मामला अटका हुआ है। इसमें अब क्या नई बात है तो मुख्यमंत्री को अवगत कराई जाएगी। जनरल ने कहा है कि ऐसा लग रहा है कि ग्रामीणों को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मामले का समाधान निकाल लिया जाएगा।