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वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट की जमीन खरीदने को मांगी अनुमति

प्लांट लगाने का ठेका नीदरलैंड की जीसी इंटरनेशनल कंपनी को मिला था। 2004 में इस प्लांट को बनाने की बात कही गई थी जिससे 45 मेगावाट विद्युत उत्पादन प्रस्तावित है लेकिन अभी तक इसकी डीपीआर भी नहीं बन पाई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jul 2020 09:47 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jul 2020 09:47 PM (IST)
वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट की जमीन खरीदने को मांगी अनुमति
वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट की जमीन खरीदने को मांगी अनुमति

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : गालंद में कूड़ा निस्तारण के लिए वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट की कुछ जमीन अभी भी खरीदनी बाकी है। जीडीए की इन्कार के बाद नगर आयुक्त डॉ. दिनेश चंद्र ने प्रमुख सचिव, नगर विकास को पत्र लिखकर जमीन खरीदने की अनुमति मांगी है। हाल ही में नगर आयुक्त ने प्लांट लगाने वाली नीदरलैंड की कंपनी को भी काम शुरू करने के लिए रिमाइंडर भेजा था।

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प्लांट लगाने का ठेका नीदरलैंड की जीसी इंटरनेशनल कंपनी को मिला था। 2004 में इस प्लांट को बनाने की बात कही गई थी, जिससे 45 मेगावाट विद्युत उत्पादन प्रस्तावित है, लेकिन अभी तक इसकी डीपीआर भी नहीं बन पाई है। पहले प्लांट के लिए 35 एकड़ भूमि की जरूरत बताई गई थी। बाद में कंपनी ने 49 एकड़ भूमि की मांग की गई। जीडीए के माध्यम से करीब 46 एकड़ जमीन कंपनी को हैंडओवर की जा चुकी है। 3.268 एकड़ जमीन खरीदना अभी बाकी है। जीडीए ने पैसे न होने की बात कह नगर निगम से जमीन खरीदने को कहा है। मगर नगर निगम नियमानुसार जमीन नहीं खरीद सकता। नगर आयुक्त ने बताया कि बची हुई जमीन हापुड़ में आती है। वहां के डीएम की मदद से जमीन की खरीद के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। नगर आयुक्त के मुताबिक केंद्र सरकार से एक मद में मिले फंड का कुछ हिस्सा बचा हुआ है। यदि अनुमति मिलती है तो इस फंड से बाकी जमीन की खरीद कर कार्यदायी संस्था को हैंडओवर कर दिया जाएगा।


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