गोद लिए 445 बच्चों में से 437 हुए टीबी से मुक्त
कोरोना काल में टीबी संक्रमित बच्चों की निगरानी के लिए जनपद में करीब 22 टीमें कार्यरत हैं।
जासं, गाजियाबाद : जिले में टीबी से ग्रसित 445 बच्चों को गोद लेकर उपचार किया गया तो 437 ठीक हो गए हैं। शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार ऐसे बच्चों को गोद लेकर उनका नियमित उपचार किया जा रहा है। कोरोना काल में टीबी संक्रमित बच्चों की निगरानी के लिए जनपद में करीब 22 टीमें कार्यरत हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक जिले में टीबी के करीब साढ़े चार हजार मरीजों का उपचार चल रहा है। डाट्स केंद्रों के जरिये क्षय रोगियों को नियमित दवा दी जा रही है। सितंबर तक 552 बच्चे विभिन्न संस्थाओं को बेहतर पोषण के लिए गोद दिए गए हैं। सबसे अधिक 200 बच्चे केमिस्ट एसोसिएशन ने गोद लिए हैं। 150 बच्चे रोटरी गाजियाबाद नार्थ, 50 बच्चे रोटरी आरएचएएम और 25 बच्चे आइएमए गाजियाबाद द्वारा गोद लिए गए हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी जेपी श्रीवास्तव के मुताबिक क्षय रोग विभाग के साथ काम रहे एनजीओ आइएमडीटी लोनी, एडीसी चिरौड़ी, नेचर केयर और वी केयर मिलकर ऐसे बच्चों को पोषण सहायता उपलब्ध करा रहे हैं। रोटरी क्लब ने बांटे प्रोटीन के डिब्बे
रोटरी क्लब गाजियाबाद नार्थ की ओर से अव्यस्क क्षय रोगियों को पोषण सहायता के रूप में प्रोटीन पाउडर के डिब्बे वितरित किए गए। संजय नगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान नाबालिग क्षय रोगियों को फेस मास्क भी वितरित किए गए। इस मौके पर संयुक्त जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय तेवतिया और वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. आरसी गुप्ता भी मौजूद रहे। डॉ. आरसी गुप्ता ने कहा कि क्षय रोगियों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए बेहतर पोषण की जरूरत होती है। शासन की ओर से क्षय रोगियों को हर माह पांच सौ रुपये निक्षय पोषण योजना के तहत दिए जाते हैं।