डेढ़ साल में हो पाएं हैं मात्र 3 हजार रजिस्ट्रेशन
दिव्यांगजन सशक्तिकरण के तहत बनाए जाए यूनिक डिसेबिलिटी आईडी कार्ड या दिव्यांग स्मार्ट कार्ड की प्रगति काफी सुस्त चल रही है। पिछले डेढ़ साल में मात्र 3 हजार दिव्यांग स्मार्ट कार्ड के आवेदन आए हैं। शासन की तमाम कोशिशों के बाद भी दिव्यांग स्मार्ट कार्ड में तेजी आती नहीं दिख रही है। स्मार्ट कार्ड का काम अभी भी बहुत सुस्त रफ्तार से चल रहा है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : दिव्यांगजन सशक्तीकरण के तहत बनाए जाए यूनिक डिसेबिलिटी आईडी कार्ड या दिव्यांग स्मार्ट कार्ड की प्रगति काफी सुस्त चल रही है। पिछले डेढ़ साल में मात्र 3 हजार दिव्यांग स्मार्ट कार्ड के आवेदन आए हैं। शासन की तमाम कोशिशों के बाद भी दिव्यांग स्मार्ट कार्ड में तेजी आती नहीं दिख रही है। स्मार्ट कार्ड का काम अभी भी बहुत सुस्त रफ्तार से चल रहा है।
दिव्यांग सशक्तीकरण अभियान के तहत दिव्यांगजनों के लिए यूनिक डिसेबिलिटी आईडी कार्ड बनाने का काम शुरू हुआ था। करीब डेढ़ साल पहले शुरू हुआ कार्ड बनाने का काम काफी सुस्त रफ्तार से चल रहा है। इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है। गाजियाबाद जिले में 1,44,350 दिव्यांग रजिस्टर्ड हैं। वहीं डेढ़ साल में मात्र 3123 रजिस्ट्रेशन ही यूनिक डिसेबिलिटी आईडी कार्ड के लिए हुए हैं। विभाग के तमाम प्रयासों के बाद भी कार्ड बनाने के काम में तेजी नहीं आ पाई है। इस संदर्भ में पूर्व में मुख्य सचिव अनूप कुमार पांडेय की ओर काम में तेजी लाने के निर्देश भी दिए जा चुके हैं। दिव्यांग कल्याण अधिकारी रजनीश पाण्डेय ने बताया कि आईडी कार्ड के लिए दिव्यांगों को जागरुक किया जा रहा है। विभाग ज्यादा से ज्यादा दिव्यांगों के कार्ड बनाने में प्रयासरत है।
ऐसे करें आवेदन
यूडीआइडी का कार्ड बनवाने के लिए विकास में भवन में दिव्यांग कल्याण विभाग में आकर आवेदन करना होगा। दिव्यांग प्रमाण पत्र व आधार कार्ड के साथ आवेदन होगा। आवेदन के बाद विभाग आवेदक का मेडिकल परीक्षण कराएगा। उसके बाद ही यूडीआइडी कार्ड जारी होगा। वहीं इसके लिए आनलाइन आवेदन भी किये जा सकते हैं।