मुरादनगर में पहले पावर रिसीविग सब-स्टेशन का निर्माण शुरू
जासं गाजियाबाद एनसीआरटीसी ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कारिडोर के लिए मुरादनगर
जासं, गाजियाबाद: एनसीआरटीसी ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कारिडोर के लिए मुरादनगर में पहले पावर रिसीविग सब स्टेशन का निर्माण प्रबंध निदेशक विनय कुमार की मौजूदगी में शुक्रवार से शुरू कर दिया गया है। 82 किलोमीटर लंबे इस आरआरटीएस कारिडोर के लिए एनसीआरटीसी ऐसे चार पावर रिसीविग सब स्टेशन और बनाएगा।
मुरादनगर स्थित पावर सब-स्टेशन को यूपीपीटीसीएल के मुरादनगर ग्रिड से 220 केवी के केबल से बिजली मिलेगी। इसमें से 25केवी बिजली गुलधर से मेरठ साउथ के बीच और दुहाई डिपो को आरआरटीएस ट्रेन के परिचालन के लिए दी जाएगी। प्रत्येक स्टेशन पर 415 वोल्ट बिजली का इस्तेमाल स्टेशन की जरूरतों जैसे लिफ्ट, स्वचालित सीढि़यां, लाइट, सिग्नल और टेलीकाम के लिए की जाएगी। रिसीविग सब-स्टेशन को एपीएफ (एक्टिव पावर फिल्टर) से लैस किया जाएगा ताकि बिजली की गुणवत्ता बनाने के साथ ही संरक्षण किया जा सके। इन स्टेशनों को भेजी जाएगी बिजली
गुलधर
दुहाई
मुरादनगर
मोदीनगर साउथ
मोदीनगर नार्थ
मेरठ साउथ 2023 से होगा परिचालन : 82 किमी. लंबे आरआरटीएस कारिडोर में 24 स्टेशन हैं। साहिबाबाद से दुहाई के बीच के 17 किमी लंबे प्राथमिक खंड में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर और दुहाई का परिचालन 2023 से प्रस्तावित है। पूरा कारिडोर जनता के लिए 2025 से खुलेगा।