गाजियाबाद में महिला और उसकी 2 बच्चियों की हत्या, जहर देने के बाद गला दबाकर मारने का शक
प्रॉपर्टी विवाद में महिला और उसकी 2 बच्चियों की हत्या का मामला सामने आया है। शक है कि तीनों को पहले जहर दिया गया फिर गला दबाकर मार डाला गया।
गाजियाबाद/मुरादनगर [संजीव वर्मा] दिल्ली से सटे गाजियाबाद के मुरादनगर में एक महिला और उसकी बच्चियों की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि पहले तीनों को दूध में जहर दिया गया फिर गला दबाकर मार डाला। तीनों की गर्दन पर दबाने के निशान भी पाए गए हैं। वहीं, हकीकत का पता जानने के लिए पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। दिल दहला देने वाली यह वारदात पाइप लाइन मार्ग स्थित बहादुरपुर गांव की है।
इस मामले में महिला की जेठानी, उसके बेटे और बेटी के नाम मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि तीनों ने प्राॅपर्टी विवाद के चलते महिला और उसके बच्चियों की हत्या की है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। जान गंवाने वाली महिला के पति द्वारा थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने भी मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली है।
मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार रात गांव निवासी आशा त्यागी (30) उसकी दोनों पुत्रियों प्रिया (5) और अन्या (3) की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लिया।
थाना प्रभारी निरीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि मृतका के पति रामेश्वर त्यागी ने थाने में अपनी भाभी गीता, भतीजे विक्रांत और भतीजी प्रियंका के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि रामेश्वर और रामकिशन दो भाई है। कुछ समय पहले पिता जयप्रकाश की तबीयत खराब हो गई थी। रामेश्वर और उसकी पत्नी ने उनकी सेवा की थी। इसके चलते मृत्यु से पहले जयप्रकाश रामेश्वर के नाम पांच बीघा जमीन और लोनी में स्थित दो प्लॉट नाम कर गए थे। इसके चलते बड़े भाई की पत्नी गीता और उसके बच्चे विक्रांत और प्रियंका रंजिश रखते थे। इस कारण उन्होंने 30 नवंबर 2018 में रामेश्वर के खिलाफ छेड़छाड़ का मुकदमा भी दर्ज कराया था। जो जांच में बेबुनियाद बताया गया था।
रामेश्वर त्यागी का आरोप है कि रविवार शाम रामेश्वर अपने पुत्र के साथ बहादुरपुर गांव मार्ग स्थित ईंट भट्ठे के पास एक दुकान पर था। रात में करीब नौ बजे घर पर पहुंचा तो अंदर से टीवी चलने की आवाज जोर से आवाज रही थी। रामेश्वर ने आशा को आवाज दी, लेकिन जवाब नहीं मिलने पर वह दरवाजा तोड़कर कमरे में घुसे तो देखा आशा और दो बच्चियां चारपाई पर मृत पड़ी थी।
रामेश्वर ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उसने इस बीच विक्रांत को दीवार कूदकर भगाते हुए देखा था, जिसमें उसका सहयोग गीता और प्रियंका भी कर रही थी।
वहीं, थाना प्रभारी निरीक्षक ओपी सिंह का कहना है कि तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। तीनों के गर्दन पर गला दबाने के निशान है। मौके पर बिखरा हुए दूध एवं तीनों के मुंह से झाग भी निकला हुआ था। आशंका है कि दूध में जहरीला पदार्थ देने के बाद तीनों की गला दबाकर हत्या की गई है। हकीकत का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने पर पता चलेगा। फिलहाल पुलिस परिवारिक के कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।