वायु प्रदूषण फैलाने वालों पर चला सरकार का डंडा, लगा 1 करोड़ रुपये का जुर्माना
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने लगभग एक करोड़ से अधिक का जुर्माना अलग-अलग स्थानों पर लगाया है। इसी क्रम में एनएचएआइ पर जुर्माना लगाया गया है।
साहिबाबाद (गौरव शशि नारायण)। जिले के बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शनिवार को व्यापक कार्रवाई करते हुए दो बड़े जुर्माना लगाया है। जिसमें उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया पर वायु प्रदूषण करने पर 90 लाख 23 हजार 437 रुपये का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही ईंधन में प्लास्टिक का इस्तेमाल करने पर भी प्रदूषण बोर्ड ने दो फैक्ट्रियों पर भी करीब 50 लाख रुपये का जुर्माना ठोंका है। प्रदूषण के खिलाफ यह बीते एक साल की बड़ी कार्रवाई है।
धूल को नहीं रोकने पर कार्रवाई
यूपीपीसीबी उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा ने बताया कि लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने जगह जगह जांच की। जांच में सामने आया कि एनएच-9 के चौड़ीकरण कार्य में एनएचएआइ की तरफ धूल को उड़ने से रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। जिसपर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से 90 लाख 23 हजार 437 रुपये का जुर्माना एनएचएआइ पर लगाया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी जिलाधिकारी गाजियाबाद और यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी ने एनएचएआइ पर 2.5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। इस दौरान जिलाधिकारी की तरफ से एनएचएआइ के अधिकारियों को निर्माणाधीन साइट पर धूल उड़ने से रोकने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए गए थे।
फैक्ट्रियों पर रहेगी नजर, लगाया 50 लाख का जुर्माना
ईंधन में प्लास्टिक जलाने पर दो फैक्ट्रियों पर भी 50 लाख का जुर्माना गया गया है। यूपीपीसीबी की तरफ से हापुड़ रोड पर वेद सेल्युलोस और मोदीनगर रोड पर आरएसी पेपर लिमिटेड पर भी करीब पचास लाख रुपये का
जुर्माना लगाया है। जांच के दौरान हापुड़ रोड स्थित वेद सेल्युलोस और मोदीनगर रोड स्थित आरएसी पेपर लिमिटेड पर बॉयलर के ईंधन में प्लास्टिक का इस्तेमाल मिला। जिसपर बोर्ड की तरफ से वेद सेल्युलोस पर 26 लाख 25 हजार रुपये और आरएसी पेपर लिमिटेड पर 24 लाख 75 हजार रुपये का जुर्माना लगाया
गया है।
पॉलीथिन व प्लास्टिक का प्रयोग पढ़ेगा भारी
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा का कहना है कि जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि वह अपने-अपने क्षेत्र में प्रदूषण फैलाने वाले लोगों पर सोमवार से लगातार
अभियान चलाकर कार्रवाई करेंगे। इस दौरान धूल, धुआं, गंदगी फैलाने व पॉलीथिन का इस्तेमाल करने वालों को भी चिन्हित कर उन पर जुर्माना लगाया जाए। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण
बोर्ड मिलकर कार्रवाई करेगा।
प्रदूषित रहा गाजियाबाद
वायु प्रदूषण की स्थिति में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। शनिवार को गाजियाबाद का वायु प्रदूषण दिल्ली-एनसीआर में दूसरे स्थान पर रहा। गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स 265 और लोनी का इलाका 268 पर रहा। शनिवार को हवा की गति लगभग छह किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से रही। इससे वायु मंडल में प्रदूषण के मोटे व सूक्ष्म कण नजर आए। अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पीएम-10 की मात्रा 184 और पीएम-2.5 की मात्रा 252 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर दर्ज की गई। वहीं इंदिरापुरम एयर स्टेशन-252, संजय नगर-272 वसुंधरा-270 और लोनी-268 का एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक रहा।
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