Ghaziabad Chunav News : गन्ना भुगतान को लेकर विधानसभा में उतार दिया था अपना कुर्ता, रालोद ने किया इस प्रत्याशी पर भरोसा
गन्ना भुगतान को लेकर विधानसभा में कुर्ता उतारने के बाद प्रदेश के राजनीतिक गलियारे में खासे चर्चित रहे थे। 2017 में विधानसभा चुनाव हारने के बाद नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव में शिरकत की थी जिसमें अशोक माहेश्वरी से कुछ वोटों से हार गए थे।
गाजियाबाद [अभिषेक सिंह]। सुदेश शर्मा 2007-2012 तक मोदीनगर नगर पालिका चेयरमैन रहे हैं। इसके बाद वर्ष 2012 में वह रालोद से टिकट लेकर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उतरे और बसपा के राजपाल सिंह को हराकर विधायक बने। गन्ना भुगतान को लेकर विधानसभा में कुर्ता उतारने के बाद प्रदेश के राजनीतिक गलियारे में खासे चर्चित रहे थे। 2017 में विधानसभा चुनाव हारने के बाद नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव में शिरकत की थी, जिसमें अशोक माहेश्वरी से कुछ वोटों से हार गए थे। फिलहाल, रालोद ने उन पर भरोसा जताया है।
बसपा ने पूनम गर्ग को मैदान में उतारा: डा. पूनम गर्ग मोदीनगर की रहने वाली हैं। 2012 में नगर पालिका मोदीनगर से अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ी थी। लेकिन हार गई थी। अब विधानसभा चुनाव में डा. पूनम ने दोबारा से अपनी किस्मत आजमाएगी। वहीं, वर्ष 2012 में बसपा के टिकट पर साहिबाबाद के विधायक बने अमरपाल शर्मा इस बार साइकिल पर सवार हैं। अमरपाल शर्मा 2009 में गाजियाबाद से लोकसभा और उससे पूर्व गाजियाबाद विधानसभा से चुनाव भी लड़ चुके हैं। 2017 में पार्टी विरोधी गतिविधि के चलते उन्हें बसपा से निष्कासित कर दिया गया था। 2019 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा। वर्तमान विधायक सुनील शर्मा के सामने उन्हें हार झेलनी पड़ी थी। इसके बाद 2017 में ही खोड़ा नगरपालिका चेयरमैन के पति व भाजपा नेता गजेंद्र भाटी उर्फ गज्जी की हत्या के आरोप में उन्हें जेल जाना पड़ा था।
लोनी से हाजी आकिल पर बसपा ने जताया विश्वास : पावी सादकपुर निवासी हाजी आकिल वर्ष 2005 से बसपा पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं। वर्ष 2012 विधानसभा चुनाव में बसपा के प्रत्याशी जाकिर अली को सफलता दिलाने में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ अहम भूमिका निभाई थी। पिछले वर्ष 24 दिसंबर को पार्टी द्वारा उन्हें निष्कासित किया गया था। लेकिन एक जनवरी को पुन: पार्टी में शामिल कर लिया गया था। प्रत्याशी घोषित होने से दो दिन पूर्व आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का केस भी हाजी आकिल के खिलाफ दर्ज किया गया है।
सुरेश बंसल को चौथी बार बसपा ने बनाया प्रत्याशी : सुरेश बंसल बसपा नेता है। पहली बार वह 2007 में बसपा से टिकट लेकर चुनाव के मैदान में उतरे। इस चुनाव में भाजपा के सुनील शर्मा से उनको हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2012 के चुनाव में भी बसपा ने सुरेश बंसल को प्रत्याशी बनाया। उन्होंने भाजपा के अतुल गर्ग को चुनाव में हराया और विधायक बने। हालांकि, 2017 के चुनाव में भाजपा के अतुल गर्ग और बसपा के सुरेश बंसल का आमना-सामना एक बार फिर हुआ। इस बार अतुल गर्ग ने सुरेश बंसल को हराया था। बसपा ने चौथी बार सुरेश बंसल को अपना प्रत्याशी बनाया है।
मुरादनगर में बसपा को हाजी अय्यूब पर भरोसा : हाजी अय्यूब इदरीशी पाइपलाइन रोड के पास मुरादनगर के रहने वाले हैं। उनको बसपा ने पहली बार टिकट देकर चुनाव के मैदान में उतारा है। बसपा से पहले वह रालोद से जुड़े हुए थे। वह स्क्रैप कारोबार से जुड़े हुए हैं।